नर्मदापुरम। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नर्मदापुरम नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह ने सोमवार को सिवनीमालवा और होशंगाबाद विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण कर यहां संचालित मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण एवं मतदान सुविधा केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी मतदान कर्मियों को मतदान संबंधी सभी बारीकियों के बारे में अच्छे से जानकारी देने के निर्देश मास्टर ट्रेनर्स को दिए।
उन्होंने निर्देशित किया कि मतदान कर्मियों के डाक मत पत्र से मतदान के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का गंभीरता से पालन किया जाए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मतदान कर्मियों से ईवीएम और मतदान संबंधी प्रश्न भी पूछें। निरीक्षण के दौरान रिटर्निग अधिकारी आशीष पांडे एवं सिवनीमालवा में रिटर्निंग अधिकारी प्रमोद गुर्जर मौजूद रहे। जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सिंह ने बताया की 17 नवंबर को होने वाले मतदान के संबंध में मतदान दलों को दूसरा प्रशिक्षण 5 नवंबर से 9 नवंबर तक दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मतदान दल बनाए जा चुके हैं, जो विधानसभा में मतदान कराएंगे। जो मतदान कर्मी 17 नवंबर को मतदान करायेंगे, वे उस दिन वोट नहीं डाल पाएंगे। इसके लिए चारों विधानसभाओं के प्रशिक्षण केंद्र में डाक मतपत्र मतदान सुविधा केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें मतदान कर्मी पोस्टल बैलेट के माध्यम से अपनी विधानसभा के लिए मतदान कर रहे हैं।
डाक मत पत्र सुविधा केंद्र 5 नवंबर से 9 नवंबर तक संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे वृद्ध और दिव्यांग मतदाता जिन्होंने घर पहुंच मतदान सुविधा के लिए सहमति दी थी, उनका भी 6 नवंबर से 8 नवंबर तक मतदान दलों द्वारा घर पर जाकर मतदान कराया जा रहा है। 9 नवंबर को केवल किसी कारणवश मतदान से छूटे मतदाताओं को घर पहुंच मतदान सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सोमवार को आयोजित प्रशिक्षण में मतदान कर्मियों को ईवीएम मशीन का हैंड्स ओंन प्रशिक्षण भी दिया गया तथा दिखावटी मतदान के बारे में भी बताया गया। ईवीएम मशीन का संचालन की प्रक्रिया मार्कपोल एवं पीठासीन अधिकारी द्वारा घोषणा पत्र तथा रिपोर्ट के फार्म के साथ ही मत पत्र लेखा एवं अन्य विभिन्न प्रपत्रों को भरना भी प्रशिक्षण में बताया गया। प्रशिक्षण पीपीटी के माध्यम से भी दिया गयाl
पीठासीन अधिकारी की पुस्तिका भी प्रदान की गई। हर विधानसभा के प्रशिक्षण स्थल पर सभी विधानसभा होशंगाबाद , पिपरिया सोहागपुर एवं सिवनी मालवा के कर्मचारियों ने पोस्टल बैलट के माध्यम से मताधिकार का उपयोग किया। प्रशिक्षण के अंत में सभी मतदान कर्मियों से प्रश्न पत्र हल करवाया गया।