- गंभीर हालत में किशोर को हमीदिया अस्पताल भोपाल रेफर किया, हालत गंभीर
- रेलवे स्टेशन परिसर के भीतर हुई घटना, देर रात तक खुली रहती हैं यहां दुकानें
इटारसी। शुक्रवार रात 2 बजे रेलवे स्टेशन यात्री प्रतीक्षालय के पास तात्कालिक मामूली विवाद में चाकूबाजी की बड़ी वारदात हो गई। परिसर में खड़े 12 बंगला निवासी एक सिरफिरे बदमाश और एक नाबालिग का विवाद हो गया। विवाद में युवक ने किशोर को चाकुओं से गोद दिया। पेट में चाकुओं के गहरे घाव आने से किशोर की आंतें बाहर आ गईं, देर रात गंभीर हालत में उसे भोपाल रेफर किया गया है। जख्मी किशोर की हालत बेहद नाजुक बताई गई है।
हमीदिया अस्पताल भोपाल में उसका इलाज चल रहा है। बताया जाता है किशोर अभी जिदंगी और मौत से जूझ रहा है। जीआरपी थाना प्रभारी रामसनेही चौहान ने बताया कि 12 बंगला निवासी युवक संजय उर्फ समाधान रात में शराब पीकर रेलवे परिसर में घूम रहा था। गुमठियों के पीछे यात्री प्रतीक्षालय के पास वह जोर-जोर से रो रहा था, दरअसल पुरानी इटारसी निवासी उसकी पत्नी पिछले एक माह से पति से नाराज होकर मायके में थी, शुक्रवार को उसका जन्मदिन था, पत्नी के वियोग में संजय ने जमकर शराब पी रखी थी, वह यहां पत्नी का नाम लेकर रो रहा था, तभी यहां खड़े नदी मोहल्ला मालवीयगंज निवासी किशोर सूरज पिता सालिगराम कीर एवं उसके साथ एक अन्य युवक ने संजय को झिडक़ते हुए कहा कि यहां क्यों रो रहा है, संजय ने कहा कि उसकी पत्नी रूठकर मायके चली गई है, आज उसका जन्मदिन है, इस बात पर वह रो रहा था, सूरज एवं उसके साथियों ने कहा कि यहां क्यों रो रहा है, कहीं दूर चले जा, इस बात पर दोनों में विवाद हो गया।
विवाद में सूरज एवं उसके साथियों ने पहले संजय को तीन चार थप्पड़ मारे, इनमें इस बात को लेकर झगड़ा इतना बढ़ गया कि संजय अपने हाथ में चाकू लेकर आ गया, वह गुस्से में आकर सूरज पर हमले के लिए टूट पड़ा, उसके पेट पर उसने चाकू से कई बार किए, जिसमें सूरज के पेट में गंभीर चोट पहुंची है, उसकी आंतें बाहर आने से देर रात उसे भोपाल रेफर किया गया। पुलिस ने संजय उर्फ समाधान पर विभिन्न धाराओं मेें मामला दर्ज किया है। सूरज के पिता स्टेशन रोड की एक चाय दुकान पर काम करते हैं, उनके बेटे पर दुकान के पिछले हिस्से में ही जानलेवा हमला किया गया।
टीआई रामसनेही चौहान ने बताया कि संजय उर्फ समाधान अपनी पत्नी के मायके में जाकर रहने से तनाव में था, उसके जन्मदिन पर उसने जमकर शराब पी थी, जिसके बाद वह पत्नी के गम में जोर जोर से रो रहा था, इस बात से मना करने पर ही इस झगड़े ने खूनी रूप ले लिया। सूरज के परिवार की माली हालत भी ठीक नहीं है। विवाद की शुरूआत सूरज के टोकने को लेकर हुई, सूरज ने पहले संजय को यहां से चले जाने को कहा था, तब सूरज के साथ दो अन्य युवक भी खड़े हुए थे, विवाद हुआ तो सूरज औोर उसके साथियों ने पहले संजय की पिटाई की, जिसके बाद पिटाई का बदला लेेने संजय ने चाकुओं से सूरज पर हमला कर दिया।