इटारसी। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में 25 मार्च से प्रारंभ होने वाली गेहूं खरीदी (wheat purchased) को 10 दिन के लिए आगे बढ़ाया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। किसानों की फसलें कटकर खलिहानों में तैयार रखी हैं और प्रदेश भाजपा सरकार खरीदने के लिए टाला मटोली कर रही है, वहीं सहकारिता कर्मचारियों के आंदोलन को कारण बताया जा रहा है।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार केलू उपाध्याय ने सरकार से मांग की है कि सहकारिता कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करते हुए तत्काल गेहूंू खरीदी प्रारंभ की जाए। इस तरह की अव्यवस्था से व्यापारी किसानों से मनमर्जी के दामों पर गेहूं खरीद लेंगे। सरकार द्वारा मध्यप्रदेश में गेहूं खरीदी पर बोनस (bonus) भी बंद किया गया है, इस साल गेहूं के लिए 500 रुपए के बोनस की भी घोषणा की जाये, क्योंकि किसानों की लागत दोगुनी हो चुकी है। ऐसे में 2015 रुपए का दाम बेहद कम है। मध्य प्रदेश सरकार से आग्रह है, तत्काल गेहूं खरीदी प्रारंभ करते हुए 500 रुपए का बोनस भी दिया जाए।