इटारसी। जिला हॉकी संघ (DHA) की हेल्प डेस्क (Help Desk) पर मदद के लिए न सिर्फ इटारसी बल्कि होशंगाबाद, सीहोर व अन्य स्थानों से भी फोन कॉल्स आ रहे हैं। आज इस हेल्प डेस्क के माध्यम से हरदा के एक मरीज को तत्काल ऑक्सीजन उपलब्ध करायी, एक किशोरी के मन से भय खत्म किया और वह डॉक्टर से मिलने को राजी हो गयी, नयायार्ड के एक मरीज को तत्काल भोजन व दवाईयों की व्यवस्था करायी साईं फाच्र्यून सिटी के दंपत्ति का आक्सीजन लेबल कम होने से उनको ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था करायी। डीएचए के अध्यक्ष प्रशांत जैन, कार्यकारी अध्यक्ष शिरीष कोठारी और सचिव कन्हैया गुरयानी ने बताया कि आज भी एक सैंकड़ा से अधिक फोन कॉल्स हेल्प डेस्क के पास आये।
आज की व्यवस्था में अध्यक्ष प्रशांत जैन, सचिव कन्हैया गुरयानी, कोषाध्यक्ष सर्वजीत सिंघ सैनी, कार्यकारी अध्यक्ष शिरीष कोठारी, निशांत ऑगस्टिन, अजीत राजपूत, अजय अल्वर्ट, रवि हरदुआ, साजिद अली, राजेश पंडित, रितेश दर्डा, शफ़ीक़ कुरैशी, विधि पचौरी, मंजू ठाकुर आदि का विशेष योगदान रहा।
इस तरह से की गई मदद
– हरदा से एक पेशेंट एंबुलेंस में भोपाल के किसी अस्पताल में भर्ती होन निकले परंतु होशंगाबाद में ही उनके एंबुलेंस की ऑक्सीजन खत्म होने लगी। मरीज अवचेतन थे। डीएचए हेल्प डेस्क के पास उनके अटेंडेंट का कॉल आया। हेल्पडेस्क ने तुरंत ही उस पर संज्ञान लेते हुए मात्र 10 मिनट में ही होशंगाबाद से ही ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करवाई। वह मरीज भोपाल में सकुशल रूप से भर्ती है।
– सीहोर से डीएचए के पास फोन आया कि उनके कोई रिश्तेदार नयायार्ड में रहते हैं। पिछले 12-13 दिनों से घर से बाहर नहीं निकले। हेल्प डेस्क द्वारा तुरंत ही अपने साथियों की मदद से उनके भोजन और दवाइयों की व्यवस्था कराई।
– 16 वर्ष की बच्ची को जो कि पिछले 3 दिनों से बीमार थी और घर से बाहर नहीं आ रही थी। डीएचए ने अपने मोटिवेशनल स्पीकर्स के माध्यम से उसको मनोवैज्ञानिक रूप से प्रोत्साहित किया और उसके अंदर का डर हटाया। अब वह बच्ची दवाई भी ले रही है और चिकित्सक से मिलने के लिए भी राजी है।
– साईं फॉच्र्यून के एक दंपत्ति 70 के आसपास के हैं। एक का ऑक्सीजन लेवल 70 और एक का 55 था। डीएच ने उन्हें तुरंत ही ऑक्सीजन वाला बेड उपलब्ध कराया और उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया।
गुरुवार से ये नया होगा
गुरुवार से टीकाकरण से संबंधित सारी जानकारी भी डेस्क के माध्यम से लोगों को दी जाएगी कि लोगों को कब वैक्सीन लगना है और किस प्रकार से कहां पर किस प्रकार की व्यवस्था है। आज अनुविभागीय अधिकारी मदन सिंह रघुवंशी ने भी डीएचए के द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और अपने अधीनस्थों को इस चीज के लिए निर्देशित किया कि वह हेल्प डेस्क से आने वाली कॉल को प्राथमिकता दें और सही और सटीक जानकारी उपलब्ध कराएं जिससे कि लोगों के बीच में सही जानकारी पहुंच सके और मरीज भ्रमित न हों।
इनका कहना है…!
डीएचए हेल्प डेस्क के पास लगातार फोन कॉल्स आ रहे हैं और लगातार डीएचए के हेल्प डेस्क द्वारा मदद की जा रही है। हेल्प डेस्क के पास लगातार विभिन्न प्रकार की शिकायतें आ रही हैं और उनका निराकरण भी तत्काल किया जा रहा है।
प्रशांत जैन, अध्यक्ष डीएचए (Prashant Jain, President DHA)