इटारसी। मण्डल रेल प्रबंधक सौरभ बंदोपाध्याय (Divisional Railway Manager Saurabh Bandopadhyay) के मार्गदर्शन में मंडल के सभी विभागों ने आपसी समन्वय से कार्य करते हुए कई उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।
इसी कड़ी में वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (डीजल), अजय ताम्रकार के नेतृत्व में भोपाल मंडल (Bhopal Division) के डीजल लोको शेड (Diesel Loco Shed), इटारसी (Itarsi) ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान डीज़ल से विद्युत कर्षण के संक्रमण चरण की चुनौतियों का सामना करते हुए अभिनव पहल के साथ-साथ शेड के प्रदर्शन में अभूतपूर्व संवर्धन किया गया।
सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग
शेड ने सीमित संसाधनों का प्रयोग कर ‘डिजिटल सेल’ (Digital Cell) की स्थापना की जिससे सूचना प्रौद्योगिकी प्रणालियों जैसे, ई-ऑफि़स (E-Office), यूडीएम (UDM), का सफल कार्यान्वयन संभव हुआ। विद्युत लोको के सभी अनुसूची फॉर्म को डिजिटल तरीके से तैयार कर जमा किया जा रहा है जो भारतीय रेल में यह सर्वप्रथम उपलब्धि है। शेड में ई-ऑफिस तथा अन्य डिजिटल प्रणालियों के अधिकतम प्रयोग से वर्ष 2020-21 में कुल यात्रा भत्ता व्यय 22.09 लाख से घटकर चालू वर्ष 2021-22 में 4.15 लाख, 81 फीसद कम हुआ और 17.94 लाख की बचत हुई।
स्टॉक में बचत
शेड की आरसीडी के टैंक 3 का प्रयोग बंद कर ईंधन तेल का औसत स्टॉक वर्ष 2020-21 में 174 किलोलीटर से घटकर वर्ष 2021-22 में मात्र 92.32 किलो लीटर, अर्थात 46.94 फीसद कम कर 80 लाख की बचत की। वर्ष 2020-21 में 22.07 करोड़ की क्लोजिंग इन्वंटॉरी की तुलना में वर्ष 2021-22 में क्लोजिंग इन्वंटॉरी मात्र 16.16 करोड़ रही है जिससे 5.91 करोड़ की बचत हुई। शेड में पूर्व में रद्दी से भरे जर्जर कई कक्षों की सफ़ाई एवं शेड स्तर पर मरम्मत कर विशेष कार्यों हेतु प्रयोग किया जा रहा है, जैसे, विद्युत लोको अनुभाग, मशीन एवं प्लांट सेल, ऐनलिटिक सेल, प्लानिंग सेल, डिजिटल सेल, आदि से रद्दी निपटान को बढ़ावा मिला। शेड ने स्क्रैप निपटान में 2021-22 में 26.24 करोड़ का स्क्रैप-निपटान हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में 54.35 प्रतिशत अधिक है और भोपाल मंडल के कुल लक्ष्य 50 करोड़ के आधे से अधिक है।
मानव संसाधन विकास डीज़ल लोको अनुरक्षण में वर्षों से कार्य कर रहे कर्मचारियों को विद्युत लोको में कार्य करने के लिए एक विशेष लक्ष्य के अंतर्गत वर्ष 2021-22 के दौरान 230 कर्मचारियों को विद्युत लोको का क्लास-रूम एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण देकर विद्युत लोको में कार्य करने के लिए तैयार किया। पर्यवेक्षकों को बजट, योजना एवं व्यय नियंत्रण, योगाभ्यास का वर्चुअल कार्यक्रम आदि विषयों प्रशिक्षण दिया। एसी लोको के प्रशिक्षण में आ रही विभिन्न प्रायोगिक समस्याओं के निदान के लिए शेड के प्रशिक्षण केंद्र में भारतीय रेल का प्रथम, विविध प्रावधानों से युक्त, “ङ्ख्रत्र5 प्रशिक्षण सिमुलेटर बनाया है। इसके लिए प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर ने 10 हजार रुपए पुरस्कार प्रदान किया है।
एस 5 पद्धति प्रमाणीकरण
वर्तमान वर्ष के दौरान शेड द्वारा निष्पादित अभिनव पहल सफाई व उत्कृष्ट प्रबंधन के फलस्वरूप शेड को कार्यस्थल के उत्कृष्ट व्यवस्थापन के अंतरराष्ट्रीय मानक 5-एस का प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धि भारतीय रेल में बहुत ही कम इकाइयों को प्राप्त हुई है एवं पमरे में डीजल लोको शेड, इटारसी प्रथम शेड बन गया है।
महिला समूह तापसी
शेड में महिला कर्मचारियों को संस्कृति, प्रकृति, स्वास्थ्य एवं व्यक्तित्व विकास के प्रति उत्कृष्ट आयाम देने और योग्यता एवं क्षमता के अनुरूप विभिन्न कार्यक्रमों में सहभागिता बढ़ाने शेड की इच्छुक महिला कर्मचारियों के समूह का ‘तापसी’ नाम से गठन किया गया है।