इटारसी। अक्षय नवमी के पावन पर्व पर महिलाओं ने आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना की और वृक्ष के चारों तरफ धागा लपेटकर मनोकामनाएं पूर्ण करने की प्रार्थना की। नगर के श्री बूढ़ी माता मंदिर के साथ नगर के अन्य मंदिरों एवं श्रद्धालु महिलाओं ने घरों में आंवला नवमी के उपलक्ष्य में विशेष पूजन किया।
कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी, रविवार को आंवले के पेड़ की पूजा अर्चना पूरी श्रद्धा के साथ की गई। श्रद्धालुओं ने नतमस्तक होकर आंवले के पेड़ की पूजा की एवं आशीर्वाद लिया। आंवला नवमी के अवसर पर मंदिरों में विशेष कार्यक्रम हुए। अनेक मंदिरों में छप्पनभोग, भंडारा का आयोजन किया है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि जिसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है, उसका खास महत्व है कि अक्षय नवमी के दिन पूजा अर्चना करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
आंवला वृक्ष की पूजा विधि- विधान से की जानी चाहिए। इस पर्व का एक संदेश और है कि आज जरूरत है प्रकृति के साथ सामंजस्य बैठाने की और पौधा लगाकर पर्यावरण को संरक्षित करने की, तभी हम और हमारे परिवार सुखी संपन्न होंगे। आयुर्वेद में आंवले के फल को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।