हॉकर्स जोन (Hawkers zone) से परहेज़, पटरी पर ही बैठे खानपान ठेले वाले

हॉकर्स जोन (Hawkers zone) से परहेज़, पटरी पर ही बैठे खानपान ठेले वाले

देव प्रबोधिनी एकादशी (Dev Prabodhini Ekadashi) पर हुआ था हॉकर्स जोन (Hawkers zone) का उद्घाटन

इटारसी। सड़क किनारे ठेले या रेहड़ी-पटरी पर दुकान चलाने वालों को रेस्ट हाउस के पास जगह देने के बावजूद ऐसे कई दुकानदार हैं। जो अटल पार्क (Atal Park Itarsi) के पास से नहीं हटे हैं और वहीं रहकर न सिर्फ गंदगी फैला रहे हैं बल्कि इस मार्ग के आवागमन में भी बाधक बन रहे हैं। पांच दिन पूर्व इन लोगों के लिए नगर पालिका (Nagarpalika) ने रेस्ट हाउस के साइड से मार्किंग करके बैठने के लिए स्थान तय किया था। लेकिन, ये लोग अब भी पुरानी जगह पर ही अपना कारोबार कर रहे हैं। अटल पार्क के पास बैठे इन लोगों को अब निर्धारित जगह पर भेजने की मांग को लेकर उपभोक्ता संरक्षण मंच (Consumer protection forum) सामने आया है। मंच का कहना है कि ये लोग शहर की स्वच्छता के साथ मजाक कर रहे हैं और इन दिनों चल रहे स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 को पलीता लगा रहे हैं। ये अटल पार्क के पास गंदगी भी कर रहे हैं और पार्क में सैर करने आने वालों के लिए कई प्रकार की परेशानी भी खड़ी कर रहे हैं। मंच के जीपी दीक्षित, सुनील दुबे, ब्रजमोहन सिंग सोलंकी, पंकज पटेल, मनोज गुलबाके, लीलाधर मनवारे, एनआर अग्रवाल, डॉ जेपी चौरे, राजेश व्यास, राजेश दुबे, आरके जैन, राजेंद्र चौरे आदि ने नगर पालिका और यातायात पुलिस से अनुरोध किया है कि उनको इनके लिए स्थान तय होने के बाद इनको वहीं भेजा जाये।

जब लगाते हैं बघार, सांस लेना मुश्किल
अटल पार्क के किनारे पटरी पर खड़े इन चाट-पकोड़ा, चाऊमिन वालों के बघार से उठने वाली धांस पार्क में आए लोगों की जान आफत में कर देती है। यहां खुली हवा में पार्क में तफरीह करने आने वालों को सांस लेना भी मुश्किल होता है और वे खांस-खांसकर परेशान हो जाते हैं। यहां से निकलने वाले वाहन चालकों की आंखों में यह तीखापन लगता है तो उनका वाहन चलाना मुश्किल हो जाता है। इनको स्थान मिल जाने के बाद उनका नहीं जाना लोगों के गले नहीं उतर रहा है।

30 it 1 2

वाहन पार्किंग के लिए भी स्थान नहीं
जिस पटरी पर इन लोगों ने अपना ओपन रेस्टॉरेंट बनाकर रखा है, वह स्थान पार्क में घूमने आने वालों के वाहनों की पार्किंग स्थल था। जब से इन लोगों का यहां कब्जा हुआ है, पार्क घूमने आने वालों का पार्किंग स्थल भी छिन गया है। कोरोनाकाल के बाद जब से पार्क खुला है, यहां घूमने आने वालों की संख्या में काफी गिरावट आयी है। दरअसल, ये खानपान ठेले यहां स्थायी तौर पर रख लिये हैं जिससे सुबह और शाम को भी वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं मिलती है।

गंदगी करते, मार्ग में बाधक बनते
इन रेहड़ी वालों के यहां जो ग्राहक आते हैं वे अपने वाहन सड़क पर ही खड़े करते हैं जिससे यातायात बाधित होता है। इसके अलावा चाट-पकोड़े विके्रता रात्रि में स्टाल बंद करके झूठे दोने और प्लेट मुख्य मार्ग पर फैंक जाते हैं जिससे स्वच्छता अभियान प्रभावित होने के साथ प्लेट्स में चिपका हुआ खाना खाने की आस में बड़ी संख्या में मवेशी जमा होते और सड़क दुर्घटना का सबब बनते हैं। इन्हीं परेशानियों को देख इनको यहां से हटान रेस्ट हाउस के साइड में जगह दी है।

इनका कहना है…
नगर पालिका ने अटल पार्क के पास के खानपान विक्रेताओं के लिए रेस्ट हाउस के साइड में जगह दे दी है, फिर भी वे वहां न जाकर अटक पार्क के पास ही खड़े रहते और गंदगी फैलाते हैं। नगर पालिका और यातायात पुलिस को इनको तत्काल तय स्थान पर भेजना चाहिए।
राजकुमार दुबे (Rajkumar Dubey, Secretary Consumer Protection Forum)

हाथ ठेले पर खानपान सामग्री बेचने वालों को आज सोमवार तक का समय दिया था कि वे रेस्ट हाउस के साइड में चले जाएं। जो लोग नहीं गये हैं, उनको हम वहां भेजने का कार्य कर रहे हैं। यदि कल भी ये यहां दिखते हैं तो इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विकास वाघमारे (Vikas Waghmare, Assistant Revenue Officer, NAPA)

CATEGORIES
Share This
error: Content is protected !!