- संकरी गलियों में घूम कर बच्चों और उनके माता-पिता को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया
- बच्चे भी खुशी-खुशी स्कूल जाने के लिए कलेक्टर एवं एसपी के साथ निकल पड़े
- कलेक्टर एवं एसपी ने स्वयं अपने हाथों से किया 8 बच्चों का एडमिशन
नर्मदापुरम। बच्चों के प्रति संवेदनशीलता और उनके जीवन को बेहतर बनाने के नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह (Collector Neeraj Kumar Singh) के जज्बे से सभी भली भांति परिचित हैं ही। इस अनुक्रम में कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश पर ऐसे बच्चे जो किसी कारणवश बीच में स्कूल छोड़ चुके हैं या जिनका स्कूल में प्रवेश ही नहीं हुआ है, ऐसे सभी बच्चों का श्रम एवं बाल श्रम से जुड़ी संस्थाओं द्वारा सर्वे कर उनका स्कूलों में एडमिशन कराने की अभिनव पहल की जा रही है। जिससे बच्चों के उज्जवल और सुरक्षित भविष्य का निर्माण हो सके।
शुक्रवार को कलेक्टर श्री सिंह एवं पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह (Superintendent of Police Dr. Gurkaran Singh) स्वयं नर्मदापुरम नगर के बंगाली कॉलोनी (Bengali Colony) स्थित सरदार पुरा वार्ड पहुंचे। सर्वे में जानकारी प्राप्त हुई थी कि जिले में सबसे अधिक अप्रवेशी बच्चे इसी वार्ड में हैं। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों के साथ वार्ड की सकरी गलियों में घूम कर ऐसे बच्चों और उनके माता-पिता से चर्चा कर उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में बताते हुए बच्चों अनिवार्य रूप से स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि अब सरकारी स्कूल किसी भी स्तर पर निजी स्कूल से कम नहीं है। सरकारी स्कूलों में वे सभी सुविधाएं उपलब्ध है जिसके माध्यम से बच्चे बेहतर शिक्षा ग्रहण कर अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
कलेक्टर एवं एसपी यहीं नहीं रुके उन्होंने भ्रमण के दौरान ऐसे चिन्हित सभी 8 बच्चों को वार्ड के शासकीय हाईस्कूल ग्वालटोली (Government High School Gwaltoli) ले जाकर उनका अपने हाथों से एडमिशन कराया। उन्होंने बच्चों से कहा कि रुकना नहीं है, स्कूल जाना है। शिक्षा से ही हम अपना और अपने परिवार के जीवन को उज्ज्वल बना सकते हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र को निर्देशित किया कि सर्वे में चिन्हित ऐसे सभी बच्चों का स्कूल में एडमिशन कराया जाना सुनिश्चित कराएं। और यह भी सुनिश्चित करें कि वह निरंतर स्कूल जाएं।
बता दें कि कलेक्टर एवं एसपी ने वार्ड में जवाहर सिंह, परमवीर सिंह, बलवीर कौर, कुंदन सिंह आदि के घर पहुंच कर उनके बच्चों को स्कूल भिजवाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बच्चे नंदनी कौर, महेंद्र कौर, बिंदिया कौर, प्रेम सिंह, सोनू सिंह आदि बच्चों से भी आत्मीय चर्चा कर उन्हें स्कूल जाने के लिए मनाया। कलेक्टर एवं एसपी के मनाने पर अभिभावकों ने भी सहर्ष बच्चों को स्कूल भेजने की स्वीकृति दी। बच्चे भी खुशी-खुशी स्कूल जाने के लिए कलेक्टर एवं एसपी के साथ निकल पड़े। वार्डवासियों ने कलेक्टर, एसपी की इस पहल की सराहना कर कहा कि हमारे बच्चों की चिंता कर कोई अधिकारी पहली बार हमारे घर पहुंचे हैं। हमारे बच्चों का भविष्य अब सुरक्षित हाथों में हैं।
कलेक्टर श्री सिंह एवं एसपी डॉ सिंह ने बच्चों को स्कूल ले जाकर अपने हाथों से उनका का नाम रजिस्टर में दर्ज किया। 8 बच्चे जिनमें अमृत सिंह, गौरी कौर, रज्जी कौर, कुनाल सिंह, गुलबंत, दानिश अली, जफर शेक, दशा जोशी का नाम दर्ज किया गया। इस दौरान बाल कल्याण समिति सदस्य सुमन सिंह, सुमन शर्मा, रुचि अग्निहोत्री, रामभरोस मीणा, जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र अजय कुंभारे, जिला आबकारी अधिकारी अरविंद सागर, श्रम निरीक्षक ज्योति अय्यर, सरिता साहू, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ललित डहारिया, थाना प्रभारी कोतवाली विक्रम रजक, उप निरीक्षक आम्रपाली डेहाट आदि उपस्थित रहे।