नहरों की नालियों पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के निर्देश

Post by: Rohit Nage

Instructions to remove encroachment on canal drains

नर्मदापुरम। नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर श्री के जी तिवारी ने बाबई, सोहागपुर, पिपरिया के विभिन्न ग्रामों से गुजरने वाली तवा नहरो का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान किसानों ने तवा उप नहर की जल निकास नालियों पर कतिपय लोगों द्वारा अतिक्रमण करने की शिकायत की। शिकायत मिलने पर कमिश्नर श्री तिवारी ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह राजस्व एवं पुलिस विभाग के साथ मिलकर नहर की जल निकास नालियों पर हुए अतिक्रमण को जेसीबी से हटाए, नहर की साफ सफाई कराए एवं नहर को पुन: गहरा करें और पहले जैसे अस्तित्व में लाएं। श्री तिवारी सबसे पहले ग्राम सिरवाड़ के तिराहे पर पहुंच कर यहां पहले से ही मौजूद किसानों से चर्चा की।

यहां पर किसानों ने बताया कि नहर में पर्याप्त पानी है। गेहूं एवं चना बोया है। धान की फसल की अच्छी पैदावार हुई है। धान की फसल में क्रांति एवं पूसा दोनों किस्म किसान लगाते हैं। किसानों ने बताया कि पूसा धान की लागत ज्यादा आती है। साथ ही मुनाफा भी कम मिल पाता है। किसान अपनी लागत नहीं निकाल पाते हैं। इसलिए अधिकांश किसान क्रांति धान की किस्म ही लगाना पसंद करते। किसानों ने बताया कि शुक्करवाड़ा उप नहर है इससे कवारी गांव की नहर में पानी नहीं पहुंच पाता है। वहीं कुछ किसानों ने बताया कि टेल क्षेत्र तक पानी आ जाता है, लेकिन कई जगह पर नहर की जल निकास नालियों लोगों ने कब्जा कर लिया है। जिससे जल निकासी नहीं हो पाती है और नहर का पानी ओवरफ्लो होकर खेतों तक पहुंच जाता है। कमिशनर श्री तिवारी ने उक्त समस्या को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए। किसानों ने मांग की की मंडी में फ्लैट कांटों से उपज की तुलाई हो।

फ्लैट कांटों से तोल होने पर किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए लंबी-लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा और इससे उनका समय भी बचेगा। ग्राम काजल खेड़ी में शुक्करवाडा उप नहर का निरीक्षण किया। जब पानी छोड़ा जाता है तो यहां आने में 10 से 12 घंटे लगते हैं। बताया गया की आहार खेड़ा में तवा की नहर गई है यहां भी ड्रेनेज नालियों में अतिक्रमण कर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा है। कमिश्नर ने मौके पर ही एसडीएम नीता कोरी को फोन पर निर्देश दिए कि वह सख्ती से अतिक्रमण हटाना सुनिश्चित करें। कमिश्नर बाबई ब्लॉक के ग्राम बमोरी कला पहुंचे यहां किसानों ने बताया कि उन्होंने उषा वन धान की किस्म लगाई। है शुरू में खाद मिलने में परेशानी आई लेकिन बाद में एनपीके मिलने से कार्य आसान हो गया। यूरिया भी आसानी से मिल रही है। अब गेहूं बोया गया है।

सभी किसानों ने बताया कि नहर के पानी से पर्याप्त पानी सिंचाई के लिए मिल जाता है। जब से नहर का सीमेंटीकरण हुआ है तब से टेल क्षेत्र तक भी पानी पहुंच जाता है। कृषक शोभाराम पटेल एवं अन्य कृषकों ने बताया कि पूसा धान के मुकाबले क्रांति धान लगाना किसान पसंद कर रहे हैं। गोपालपुर भोखेड़ी गांव के किसानों ने बताया कि नहर का वाटर लेवल अच्छा है। टेल तक पानी पहुंच रहा है। कमिशनर इसके पश्चात पिपरिया पहुंचकर ईश्वरपुर उप नहर का निरीक्षण किया। बताया गया कि यह उपनहर 356 चैन से निकलकर ईश्वरपुर तक पहुंचती है। डिमांड के हिसाब से पर्याप्त पानी किसानों को मिल रहा है। किसानों ने कमिश्नर श्री तिवारी से कहा कि उनकी प्रशासन से अपेक्षा है कि किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिले।

किसानों ने बताया कि मंडी में मुख्य समस्या तब होती है जब उनकी एक ही उपज के व्यापारी दो अलग-अलग रेट लगाते हैं। किसानों ने बताया कि व्यापारी किसानों की मजबूरी का अनुचित फायदा उठाते हैं। कमिश्नर श्री तिवारी झील पिपरिया भी पहुंचे। यहां उन्होंने उपनहर का निरीक्षण किया। यह नहर 32 किलोमीटर तक लंबी है। साथ ही डांडिया, सुरीला, टैगंवानी, जमरा, खापरखेड़ा तक जाती है। जहां किसान इस नहर के माध्यम से अपनी फसलों में सिंचाई करते हैं। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त राजस्व गणेश जायसवाल, मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग राजाराम मीना, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी सोहागपुर असवन राम चिरामन, तहसीलदार श्री राकेश खजूरिया उपस्थित थे।

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