होशंगाबाद। शासकीय गृहविज्ञान महाविद्यालय(Government Home Science College) में बीयू विश्वविद्यालय(BU Univercity) भोपाल के कुलपति डाॅ. आर जे राव ने नवीन शिक्षा नीति(New education policy)पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों को व्याख्यान के माध्यम से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब कोई भी विद्यार्थी विज्ञान संकाय में अध्ययनरत है वो विज्ञान के विषय के साथ कला वाणिज्य अथवा अन्य संकाय के विषय भी ले सकता है। जिसका वर्तमान शिक्षा नीति में आभाव है। कुलपति राव ने बताया कि यदि कोई विद्यार्थी उच्च शिक्षा के दौरान एक या दो वर्ष की पढ़ाई पूर्ण करने के पश्चात किसी भी कारण से कुछ वर्षों के लिए पढ़ाई छोड़ देता है तो वह अपनी आगे की पढ़ाई पुनः कुछ वर्षों बाद भी पूर्ण कर सकता है। उन्होंने बताया कि नयी शिक्षा नीति में यदि छात्रा एक वर्ष बाद भी पढ़ाई छोड़ देता है तो उसे प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा और यदि दो वर्ष बाद पढ़ाई छोड़ता है तो उसे डिप्लोमा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। और तीन वर्ष की पढ़ाई पूर्ण करने पर स्नातक की उपाधि प्रदान की जावेगी, जिसका प्रावधान वर्तमान शिक्षा नीति में नहीं है।
पत्राचार पढने की सुविधा
डाॅ. आर.जे. राव ने बताया कि इग्नू के समान ही बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा भी पत्राचार द्वारा पढ़ने की सुविधा नवीन शिक्षा नीति में दी जा सकेगी। उन्होंने बताया कि अब उच्च शिक्षा में शोध कार्यों को बढ़ाने की लिए रूसा के अंतर्गत वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराये जाएंगे। उन्होंने बताया कि उच्च षिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए नवीन शिक्षा नीति में प्रावधान किये गये हैं साथ ही उन्होंने कहा कि नयी षिक्षा नीति लाइट और टाइट होगी।
कार्यक्रम का संचालन इतिहास विज्ञान के प्राध्यापक डाॅ. रामबाबू मेहर ने किया तथा आभार महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डाॅ. किरण पगारे तिवारी जी ने किया। कार्यक्रम में डाॅ. पुष्पा दुबे, डाॅ. वर्षा चैधरी, डाॅ. अमिता जोशी, डाॅ. आर.बी. शाह, डाॅ. हर्षा चचाने, डाॅ. ज्योति जुनगरे, डाॅ. श्रुति गोखले, डाॅ. रागिनी दुबे, डाॅ. अरूण सिकरवार, प्रेमकांत कटंगकार, जलज श्रीवास्तव, मनोज सिसोदिया, बलराम यादव एवं राजेश कुमार एवं महाविद्यालयीन स्टाफ उपस्थित रहा।