सोहागपुर, राजेश शुक्ला।भाद्र मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को भगवान कृष्ण को डोले में बिठाकर नगर भ्रमण कराया जाता है। धर्म अनुसार ऐंसी मान्यता है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी के 18 दिन बाद एकादशी तिथि को माता यशोदा ने घाट पूजन की थी। इस कारण ही जलझूलनी ग्यारस मनाई जाती है ।
शुक्रवार को रात्रि में नगर के विभिन्न मंदिरों से भगवान श्री कृष्ण के डोले निकाले गए। इन डोलों को जल स्त्रोत के किनारे घाट पर ले जाकर पूजन किया जाता है। सोहागपुर में डोल ग्यारस को मेले का आयोजन किया जाता था। इसके साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताएं रात भर आयोजित होती थी। इस बार कोरोना की वजह से सार्वजनिक समारोह पर प्रतिबंध है। नगर के मंदिरों से सादगी पूर्ण डोले निकाले गए हैं।