होशंगाबाद। वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण (Chandragrahan)26 मई दिन बुधवार को लगने वाला है। इस दिन वैशाख पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा भी है। इस दिन पूर्ण चंद्र ग्रहण नहीं है, बल्कि उपच्छाया चंद्र ग्रहण लगने वाला है। पंडित दुबे ऋषिकेश और लोक विजय पंचांग के अनुसार खग्रास चंद्रग्रहण चंद्रोदय के समय आंशिक रूप से भारत के सुदूर पूर्वोत्तर भाग और पश्चिम बंगाल के कुछ भाग में ही दृश्य होगा। पंडित शुभम दुबे के अनुसार यह साल का पहला चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि में लगने जा रहा है। इस दिन चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर बाद 3 बजकर 15 मिनट से आरंभ होगा, और शाम 06 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगा। इस चंद्र ग्रहण को उपछाया ग्रहण माना जा रहा है। जो कि भारत के सुंदर पूर्वोत्तर भाग और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में ही दृश्य होगा ग्रहण मोक्ष चंद्रोदय के समय हिंद महासागर, श्रीलंका, भारत के सुंदर पूर्वोत्तर भाग चीन मंगोलिया और रूस में दिखाई देगा इसलिए इसमें सूतक काल के नियमों का पालन नहीं किया जाएगा।
कैसे देखें चंद्र ग्रहण
सूर्य ग्रहण की तुलना में चंद्र ग्रहण हानिकारक नहीं होता है। आप चाहें तो इसे नंगी आंखों से देख सकते हैं। यदि आपके पास टेलिस्कोप हो, तो इस रोचक और दिलचस्प आकाशीय घटनाक्रम के बेहद खूबसूरत नजारे को देख सकते हैं। यह आपके लिए सबसे अलग अनुभव होगा। आप चाहें तो इसे सोलर फिल्टर वाले चश्मों से भी देख सकते हैं।