- विधायक का सीधा आरोप, यहां के अधिकारी अपने उच्चाधिकारियों की बात को महत्व नहीं दे रहे
- विधायक ने कहा, मजार बनाकर किये अतिक्रमण हटाएं, पंडाल के साइड से रास्ता बनवायें
- विश्राम गृह में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहा कि शहर का प्रशासन न जाने किस भय में काम कर रहा
इटारसी। विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने आज शाम यहां विश्राम गृह में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहा कि शहर का प्रशासन न जाने किस भय में काम कर रहा है, नाला मोहल्ला रोड पर दो और ठंडी पुलिया के दूसरी तरफ एक ऐसी तीन नयी मजार बनाकर अतिक्रमण किया गया है, मेहरागांव रोड पर बड़ी संख्या में लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है, जबकि इनमें से कई ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी ले लिया है। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे, सभापति राकेश जाधव और पूर्व पार्षद भरत वर्मा भी मौजूद रहे।
शांति समिति के निर्णय पर अमल नहीं
शांति समिति की बैठक में प्रशासन ने जोरशोर से कहा था कि रोड को बंद करके मूर्तियों के पंडाल नहीं बनाये जाएंगे, लेकिन प्रशासन रोक नहीं सका। मृत्युंजय टाकीज के सामने और पीछे सहित कई रोडों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, अब पंडाल बन गये हैं, तो कम से कम ज्यादा नहीं तो एक बाइक निकल सके, इतनी जगह तो छोड़ ही सकते हैं। प्रशासन को यह करना ही चाहिए।
सख्ती से अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाएं
विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा ने कहा कि अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी ने कल बैतूल में तीन जिलों के कलेक्टर्स को निर्देश दिए थे कि सख्ती से अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाएं। नर्मदापुरम् संभाग के प्रभारी सचिव अजीत केसरी ने ने बैतूल के कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिये हैं, आज से तो प्रशासन को अतिक्रमण हटाने का काम प्रारंभ कर देना चाहिए था, लेकिन अधिकारियों को न जाने कौन सा भय है।
अतिक्रमण हटाने से पहले बात करें
विधायक ने कहा कि जब भी प्रशासन अतिक्रमण हटाए, पहले विधायक, नगर पालिका अध्यक्ष, उस वार्ड के पार्षद और कुछ गणमान्य नागरिकों से पहले बात करे, अपने मन से कहीं से भी अतिक्रमण हटाना प्रारंभ न कर दे। अतिक्रमण विरोधी मुहिम प्रारंभ हो तो उसे लगातार चलाया जाए, केवल खानापूर्ति न की जाए। उन्होंने कहा कि इटारसी और नर्मदापुरम दोनों शहरों में अतिक्रमण के हालात खराब है। अधिकारी अपने उच्च अधिकारियों के आदेश भी नहीं मान रहे हैं।
जनता को जागरुक होना पड़ेगा
विधायक ने कहा कि हम भी प्रयास करते हैं और प्रशासन से भी कब तक उम्मीद करेंगे, जनता को भी जागरुक होना पड़ेगा, गलत का विरोध करना ही होगा, अन्यथा बाद में पछतावा के अलावा कुछ हाथ नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि नयी-नयी जगह पर मजारें बन रही हैं, प्रशासन के अनुरोध के बावजूद पंडाल बनाकर रोड बंद कर दी जा रही हैं, प्रशासन रोक नहीं पा रहा है, क्योंकि प्रशासन में दम ही नहीं है। अधिकारियों को राजस्व, नगर पालिका और पुलिस के साथ तीनों विभाग की एक टीम बनाकर काम करना होगा, तभी व्यवस्थाएं सुधार सकते हैं, जो भी एक्शन हो, पहले जनप्रतिनिधि और गणमान्यजनो को भरोसे में लिया जाना चाहिए।
अन्य इन मुद्दों पर भी बात
विधायक डॉ. शर्मा ने कहा कि संभागीय बैठक में मवेशियों का मुद्दा भी उठाया गया था। इटारसी में अब नगर पालिका के पास जगह की कमी है, गौशालाएं फुल गयी हैं, ग्राम रंढाल में एक 52 एकड़ की भूमि हैं, जिस पर अतिक्रमण है, उसे हटाया जाना चाहिए तभी इस समस्या पर बेहतर समाधान निकाल सकते हैं। इसके अलावा अस्पताल में डाक्टर्स के प्रति हिंसा रोकने स्वास्थ्य सुरक्षा एवं हिंसा रोकथाम समिति बनाने पर चर्चा हुई। अवैध शराब बिक्री की रोकथाम पर चर्चा हुई।
गांधी सभा भवन पर भी बोले
विधायक ने कहा कि गांधी सभा भवन को डिस्मेंटल करने उच्च स्तर से लगातार दबाव आ रहा है। प्रदेश में ऐसे 257 भवनों को चिह्नित किया है जिसमें से 62 तोड़े जा चुके हैं, शेष पर कार्यवाही प्रचलित है। लेकिन, इसका मिसयूज नहीं होना चाहिए। रोड खराब होने का मुद्दा भी बैठक में उठा जिसमें कहा गया कि ऐसी रोड की सूची बनाकर दें और उनकी गुणवत्ता जांच कराके ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि संभाग स्तरीय बैठक में सांसद नर्मदापुरम दर्शन सिंह चौधरी, राज्यसभा सांसद माया नारोलिया, सिवनी मालवा विधायक प्रेम शंकर वर्मा, नर्मदापुरम विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा, पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल, आमला विधायक डॉ.योगेश पंडाग्रे, घोड़ाडोंगरी की विधायक गंगा उईके, भैंसदेही विधायक महेंद्र सिंह चौहान और, मुलताई विधायक चंद्रशेखर देशमुख, संभागायुक्त नर्मदापुरम संभाग केजी तिवारी और मुख्य वन संरक्षक अनिल कुमार के साथ बैतूल कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह और नर्मदापुरम की कलेक्टर सोनिया मीना सहित अधिकारी मौजूद थे।