सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में नागद्वारी मेला आज से

Post by: Rohit Nage

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  • उमड़ेगा श्रद्धालुओं का सैलाब, प्रशासन ने की हैं व्यापक व्यवस्थाएं
  • सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे पुलिस, होमगार्ड और करीब 7 सौ जवान

नर्मदापुरम। प्रसिद्ध नागद्वारी मेला (Nagdwari Mela) 12 अगस्त सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी (Satpura Ki Rani Pachmarhi) में शुरू हो रहा है। कलेक्टर नीरज सिंह (Collector Neeraj Singh) के निर्देशन में जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम व पुलिस बल की टीम के द्वारा मेला स्थल पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। मेला अवधि 12 अगस्त से 22 अगस्त के दौरान करीब 4 से 5 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। पिछले माह से ही प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा नागद्वारी मार्ग व पचमढ़ी में सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर बैठकें की गई हैं।

अधिकारियों के द्वारा ट्रेकिंग कर नागद्वारी मार्ग का निरीक्षण किया है। पचमढ़ी धार्मिक स्थल के साथ प्राकृतिक वातावरण से सराबोर है। पूर्व वर्ष की तरह प्रकृति ने फिर से हरा भरा कर दिया है। लगातार हुई बारिश से हरिभरी वादियों के बीच पहाड़ों पर अनेक स्थानों से झरने बह रहे हैं। बारिश को ध्यान में रखते हुए वाटर प्रुफ टेंट (Water Proof Tent) की व्यवस्था की गई है। पार्किंग, मार्ग क्षतिग्रस्त या लैंड स्लाइड (Land Slide) होने की स्थिति में तत्काल मरम्मत करने के लिए विभागीय अधिकारी तैनात किए गए हैं। सुरक्षा के साथ स्वच्छता की व्यवस्था की जा रही है।

सुरक्षा व्यवस्था में 700 से अधिक लगेगा फोर्स नागद्वारी मेला में लोगों की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, आरआई के साथ ही जिला प्रशासन के अनेक अधिकारी तो रहेंगे ही साथ में करीब 550 पुलिस बल (Police Force), 130 होमगार्ड (Home Guard), 50 आपदा मित्र,12 एसडीआरएफ (SDRF), के जवान व्यवस्थाएं संभालेंगे। नागफनी से शुरू होगी यात्रा हर वर्ष की तरह पूजन अर्चन के साथ नागफनी से नागद्वारी की यात्रा प्रारंभ होगी। जहां श्रद्धालु एकत्र होकर यात्रा की शुरूआत करते हैं। यह पूरी यात्रा करीब 12 से 17 किलोमीटर की है। जिसे श्रद्धालु, श्रद्धा, उत्साह व उमंग के साथ पूरी करते हैं। महाराष्ट से अनेक सेवा मंडलों का आगमन हो चुका है।

श्रद्धालुओं के लिए नागफनी एवं कालाझाड़ में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई है। अनेक प्रांतों से आते हैं श्रद्धालु श्रावण के माह में शिवजी की आराधना और नागदेवता के दर्शन करने के लिए महाराष्ट्र (Maharashtra) से बड़ी संख्या में भोला भगत आते हैं इसके साथ ही मप्र के अनेक जिलों से तथा छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh), राजस्थान (Rajasthan), गुजरात (Gujarat) सहित अन्य प्रांतों से भी श्रद्धालुओं तथा सैलानियों का आगमन होता है। सुगम यातायात व्यवस्था हो बड़ी बसों पर रोक लगाई गई है। श्रद्धालुओं व सैलानियों के लिए प्रशासन के द्वारा मार्गों की सुगम व्यवस्था की गई है।

सड़कों की मरम्मत के साथ ही सड़कों पर जगह-जगह साईन बोर्ड लगाए गए हैं जिससे कोई श्रद्धालु भटके नहीं। स्वास्थ्य सुविधा का ध्यान नागद्वारी यात्रा के दौरान श्रद्धालु के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए डॉक्टरों ( Doctors), पेरामेडीकल स्टाफ (Paramedical Staff) के साथ ही दवाईयों का इंतजाम रहेगा। 24 घंटे स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रहें इसके निर्देश कलेक्टर श्री सिंह ने दिए हैं।

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