इटारसी। शासकीय एमजीएम पीजी कालेज में विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत विज्ञान संकायों को उपकरण प्राप्त हुए हैं। इसके संबंध में दो दिवसीय कार्यशाला आयोजन हाइब्रिड मोड में किया ताकि विद्यार्थी जो महाविद्यालय में उपस्थित नहीं हो पा रहे थे, वह भी कार्यशाला से जुड़े रहें। प्राचार्य डॉ राकेश मेहता ने वल्र्ड बैंक द्वारा प्रयोगशालाओं को प्रदान किए उपकरणों से विज्ञान संकायों के शोध कार्यों में आने वाले नवाचार तकनीकियों पर प्रकाश डाला।
पूरे जिले में हाई परफोर्मेंस लिक्विड क्रोमैटोग्राफी प्राप्त होने को महाविद्यालय की एक उपलब्धि बताया। कार्यशाला में मुख्य विशेषज्ञ नर्मदा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ओएन चौबे ने ऑनलाइन उपस्थित होकर प्रयोगशाला में प्राप्त उपकरणों के बारे में और उनके उपयोग एवं शोध के बारे में बताये। डॉ रवि उपाध्याय वनस्पति विभाग नर्मदा महाविद्यालय ने भी बायो साइंस से रिलेटेड उपकरणों के बारे में समझाया। उन्होंने अनुसंधान के क्षेत्र में उपकरण की उपयोगिता के महत्व को स्पष्ट किया, साथ ही जीव विज्ञान में प्रयोग में लाए जानेवाले माइक्रोबायोलॉजिकल उपकरण जैसे ऑटोक्लेव, बीओडी, इनक्यूबेटर, लैमिनार फ्लो, हॉट एयर ओवन आदि के सिद्धांत एवं कार्यविधि पर विस्तृत जानकारी दी।
रसायन शास्त्र में डॉ बस्सा सत्यनारायण एवं डॉ जिनेंद्र चौहान ने फ्लेम फोटोमीटर, पीएच मीटर, सॉक्सलेट उपकरण एवं अन्य उपकरणों के बारे में विस्तार से समझाया। भौतिक विभाग में आमंत्रित डॉ हिमांशु चौरसिया, भगवान बिरसा मुंडा महाविद्यालय सुकतावा ने प्रयोगशाला के उपकरण जैसे ट्रांजिस्टर, स्पेक्ट्रोस्कॉपी आदि को प्रयोग करने की विधि बतायी। कार्यशाला में डॉ रश्मि तिवारी संयोजक, डॉ अर्चना शर्मा आयोजन सचिव एवं डॉ बस्सा सत्यनारायण समन्वयक रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय के विज्ञान संकाय के सभी प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थिति रहे जिसका संचालन डॉ सुसन मनोहर (उप संयोजक) प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष प्राणिशास्त्र विभाग ने किया।