इटारसी। श्री श्री बूढ़ी माता मंदिर जो शहर के पश्चिमी और उत्तरी किनारे में स्थित है। यहां पहले छोटी सी मढिय़ा थी। जब से श्री शतचंडी महायज्ञ प्रारंभ हुआ एवं प्रतिवर्ष धार्मिक आयोजन शुरू किए गए तब से क्षेत्र की हालत ही बदल गई है। पूरा क्षेत्र धार्मिक वातावरण में शामिल हो गया है। श्री शतचंडी महायज्ञ का यह स्वर्ण जयंती वर्ष है।
विधायक एवं मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ. सीतासर्न शर्मा ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया। बूढ़ी माता से आशीर्वाद लिया एवं यज्ञ शाला भी पहुंचे। यज्ञ हवन कुंड में आहुतियां भी दी। उनके साथ सचिव जगदीश मालवीय भी थे। इस अवसर पर विधायक डॉ शर्मा ने कहा कि श्री श्री बूढ़ी माता अति प्राचीन देवस्थान है एवं माताजी शहर की रक्षा करती है। डॉ. शर्मा ने इस बात को स्वीकार किया कि जब से यहां समिति बनी है, क्षेत्र का विकास एवं मंदिर परिसर का विकास बहुत तेजी से हुआ है, यहां धार्मिक एवं सामाजिक आयोजन भी होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रवचन भवन, भोजन कक्ष, कार्यालय के अलावा मंगल कार्य एवं सामाजिक कार्यों के लिए बड़े-बड़े भवन उपलब्ध है, जहां सभी प्रकार की सुविधाएं हैं।
उन्होंने कहा कि मंदिर समिति के सचिव जगदीश मालवीय निरंतर मंदिर परिसर में विकास कार्यो में लगे रहते हैं। श्री शतचंडी महायज्ञ के अवसर पर जो मेला लगता है उसकी भी उन्होंने प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सरकार ने मेला ग्राउंड निश्चित कर दिया है। जिस कारण प्रति वर्ष बड़े आयोजन होते। श्री शतचंडी महायज्ञ के स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर डॉक्टर शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं को बधाई दी, दानदाताओं का आभार व्यक्त किया और उम्मीद रखी की युवा पीढ़ी इस कार्य को उत्साह के साथ आगे बढ़ाएगी।