ग्राम पंचायत रानीपुर (GRAM PANCHAYAT RANIPUR) का मामला
इटारसी। ग्राम पंचायत रानीपुर के तत्कालीन सचिव, सरपंच और ठेकेदारों द्वारा पाइप लाइन, पानी की मोटरें आदि को बेचकर कथित भ्रष्टाचार मामले में कल जांच समिति ने अपनी जांच पूरी कर ली है। इस मौके पर जिन पर आरोप हैं, वे और जिन्होंने शिकायत की थी, वे सभी मौजूद रहे और सबके बयान जांच टीम ने दर्ज किये हैं। जांच टीम का कहना है कि दो से तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को सबमिट करेंगे।
गौरतलब है, कि ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के सदस्यों और अन्य लोगों ने ग्राम पंचायत में हुए कथित भ्रष्टाचार की शिकायत उच्च स्तर पर की थी, उसकी जांच विगत करीब 4 माह से चल रही थी। कल जांच टीम दूसरी बार तवानगर पहुंची और सभी संबंधितों के बयान दर्ज किये। शिकायत में पुरानी पाइप लाइन को बेचना, पानी की मोटरें बेचना, बाल्व बेचने सहित एक रोड को बिना बनाये राशि आहरण करने संबंधी बिन्दुओं को शामिल किया गया था।
ये की गई थी शिकायत
तवानगर के पंच भूपेश साहू, तवा बचाओ संघर्ष समिति की महिला शाखा प्रमुख श्रीमती रीता उईके ने शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत में पेयजल सप्लाई के लिए जल संसाधन विभाग ने वर्षों पूर्व जो पाइप लाइन तवानगर में बिछाई थी, वह करीब चालीस वर्ष पुरानी थी, उसके माध्यम से जलापूर्ति की जाती रही है। ग्राम पंचायत के तत्कालीन सचिव सुमेर सिंह कासदे, तत्कालीन सरपंच कौशल्या बाई, सुपरवायजर जितेन्द्र भूमरकर, ठेकेदार राजेश अहिरवार का नाम शिकायत में मिलीभगत से पुरानी पाइप लाइन, 35-35 हार्स पॉवर की दो मोटर और लगभग दस पीतल के वाल्ब बेचने की शिकायत की गई थी।
जलसंसाधन विभाग ने पंचायत को सौंपी थी
जनपद पंचायत केसला और एसडीएम कार्यालय, इटारसी में ग्राम पंचायत रानीपुर के समस्त निर्माण कार्य, और सिंचाई विभाग द्वारा ग्राम पंचायत को दी गई पाइप लाइन, मोटर जो एग्रीमेंट में लिखित है, उसकी शिकायत की जांच कल जांच अधिकारी एई राहुल उइके और श्री दामड़े ने की। मौके पर पूर्व सचिव सुमेर सिंह कासदे भी मौजूद थे। सचिव ने कहा गया कि मैंने नल-जल कर्मचारी जितेंद्र भूमरकर को, पाइप लाइन लेबर द्वारा निकलवा कर रखने को कहा था, जेसीबी राजेश बामने को लाने और 6180 गाड़ी क्रमांक किस की अनुमति लेकर आए मुझे नहीं मालूम। कुए की मोटर खराब हो गई थी जिसे मैंने बेचने को कहा था, जितेंद्र भुमरकर ने किसे 25 हजार में मोटर बेची, कहां बेची मुझे नहीं मालूम और उक्त राशि पंचायत खाते जमा नहीं हुई है। जांच अधिकारियों ने केश बुक चेक की।
जांच के दौरान यह भी सामने आया
निर्माण कार्य की शिकायत की जांच में पाया गया कि नूरी के घर से बिंदु के घर तक के रोड की राशि 2 लाख 92 हजार रुपए, लेबर पेमेंट लगभग नौ हजार रुपए, सरपंच कौशल्या बाई और सचिव द्वारा बिना कार्य के पैसे आहरण करना पाया गया। इस मामले में भी जांच समिति ने जांच की है।
इनका कहना है…
जो पुरानी कुएं की मोटर बेची, एक-एक, मोटर कितने किलो की थी, और एक-एक मोटर में कितने इस्क्रेप था, किस ठेकेदार को बेची गई, किस वरिष्ठ अधिकारी की सहमति से बेची गई और इसकी नीलामी की अधिसूचना कब जारी गई, शासकीय संपत्ति बेचने के पहले जिन नियमों का पालन होना चाहिए अगर उनका पालन नहीं हुआ तो अपराधियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होना चाहिए।
श्रीमती रीता सिंह, अध्यक्ष तवा विकास महिला संगठन
रानीपुर पंचायत को 22 जुलाई 2017 को सिंचाई विभाग ने पेयजल आपूर्ति पाइप लाइन हस्तांतरित की थी। यह करीब 40 वर्ष पुरानी थी और कई जगह से क्षतिग्रस्त होने से पेयजल आपूर्ति में परेशानी आ रही थी। ग्राम पंचायत ने कुछ क्षेत्रों में 20 लाख की लागत से नयी पीवीसी पाइप लाइन डाली है, तो इस पाइप लाइन में सप्लाई बंद कर दी थी। जमीन में दबी इसी पाइप लाइन को बिना क्रय-विक्रय नियमों का पालन किये बेच दिया गया है।
भूपेश साहू अधिवक्ता, निवृतमान पंच ग्राम पंचायत रानीपुर
इस शिकायत के संबंध में जांच पूरी कर ली गई है। इसके अलावा सीसी रोड की शिकायत भी थी, यह शिकायत नयी है। जांच पूर्ण हो चुकी है। दो से तीन दिन में विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार करके उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी।
राहुल उईके, एई जनपद पंचायत केसला