इटारसी। टीबी मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच सरकार मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए अब एक हजार रुपए प्रतिमाह देगी। इससे पहले 500 रुपए प्रतिमाह मिलते थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों की निरंतर निगरानी का दावा किया जा रहा है, लेकिन 2020-2023 के मध्य में मरीजों की संख्या कम होने की अपेक्षा बढ़ी ही है।
बता दें कि टीबी के मरीजों को दवा भी टीम द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। इस बात की भी निगरानी की जाती है कि मरीज नियमित दवा खा रहा है कि नहीं? बावजूद इसके कुछ मरीज नियमित दवा लेने में लापरवाही करते हैं और इसी कारण लगभग 10 प्रतिशत मरीज डिफाल्टर श्रेणी में आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार टीबी मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में मरीजों को नियमित दवा के साथ प्रोटीन, फाइबर युक्त पौष्टिक भोजन भी आवश्यक होता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण मरीजों को अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इन मरीजों को पर्याप्त पोषण मिले इसके लिए पूर्व में पांच सौ रुपए की राशि इलाज जारी रहने तक प्रतिमाह जाती थी, और अब इसी राशि को बढ़ाकर एक हजार किया है। निक्षय पोषण योजना के तहत मरीज को इलाज पूरा होने तक यह राशि दी जाएगी। टीवी मरीजों में 70 प्रतिशत पुरुष वर्तमान में टीबी मरीजों में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की संख्या ज्यादा है। कुल पॉजिटिव मरीजों में 70 प्रतिशत पुरुष हैं।
ये इटारसी, सुखतवा, नर्मदापुरम और पिपरिया में सामने आए हैं। टीबी विभाग से डीटीओ डॉ. प्रियंका दुबे ने बताया कि नर्मदापुरम जिले में करीब दो हजार मरीज हैं। बुजर्गों को टीबी के खतरे से बचाने सरकार द्वारा टीकाकरण भी किया जा रहा है। जिले में 41 हजार 200 लोगों को एडल्ट बीसीजी टीका लग चुका है।
पांच साल के टीबी मरीजों के आंकड़े
2020 – 2300
- 2021 – 2715
- 2022 – 2745
- 2023 – 2541
- 2024 – 1821