मास्क शब्द के प्रथम अक्षर एम में समायें हैं वेक्सीन के दोनो डोज के दो अक्षर वी
मनोज सरियाम के निर्देशन में राजेश पाराशर द्वारा स्वैच्छिक जागरूकता कार्यक्रम
इटारसी। जब वेक्सीन शब्द के प्रथम अक्षर ‘वी’ को उल्टा कर मिलाया तो मास्क का प्रथम अक्षर ‘एम’ बन गया। जिला पंचायत के सीईओ मनोज सरियाम (CEO Manoj Sariyam) के निर्देशन में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम मेें विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर (Science teacher Rajesh Parashar) ने बताया कि मास्क लगाकर ही वेक्सीन की तरह कोविड से बचाव किया जा सकता है।
कार्यक्रम को रोचक बनाने अक्षरों का संयोजन करके मास्क की महिमा बताई गई। पाराशर ने बताया कि मास्क शब्द के प्रथम अक्षर एम में समायें हैं वेक्सीन के दोनो डोज के दो अक्षर वी। विदाई का भ्रम फैलाकर कोविड मध्यप्रदेश की दक्षिणी सीमा से पुनः आक्रमण करने को तैयार है । आगामी पखवाड़ा बहुत संवेदशील समय है। वेक्सीन अभी सीमित लोगों को लगी है। अगर मास्क का सभी ने ढाल बनाया तो इसे आगे बढ़ने से रोका जा सकेगा। अन्यथा स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के साथ बेरोजगारी, जैसी अनेक समस्याओं का दोबारा सामना करने की स्थिति बन सकती है।
राजेश पाराशर ने सचेत किया कि आने वाले समय में, वैवाहिक मुहुर्त आरंभ होंगें ऐसे में मास्क न लगाकर कोविड को आमंत्रण देना वैवाहिक आमंत्रंण को निरस्त करवा सकता है। वेक्सीन लगने की बारी आने तक मास्क को बनायें कोविड से बचाव का सस्ता, सच्चा साथी। 6 वर्गइंच का जीवनरक्षक मास्क रक्षा कर सकता है 6 फीट के मानव की।
जागरूकता कार्यक्रम की खास बातें-
– धर्मगुरू मास्क लगाने प्रेरित करें।
– दुकानदार ग्राहक को मास्क लगाने का निवेदन करें।
– मास्क लगाने को प्रतिष्ठा का सवाल न बनाएं
– मास्क लगाने के लिये शासन, प्रशासन की कड़ाई की प्रतीक्षा न करें।
– अनिवार्य होने पर ही भीड़ वाले स्थान पर जायें।