इटारसी। सूरजगंज से भारतीय जीवन बीमा निगम के दफ्तर तरफ जाने वाले मार्ग पर स्थित लाल मैदान में शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाकर की गई 19 प्लॉटों की रजिस्ट्रियां लोकायुक्त ने निरस्त कर दी हैं। इन रजिस्ट्री की शिकायत पूर्व पार्षद शिवकिशोर रावत ने लोकायुक्त को की थी।
पूर्व भाजपा पार्षद शिवकिशोर रावत ने लोकायुक्त को 16 जून 2018 को शिकायत की थी कि नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुधा अग्रवाल ने अपने भतीजे कल्पेश अग्रवाल के नाम पद का दुरुपयोग करते हुए प्लाट की रजिस्ट्री अत्यंत कम दाम में करा दी है। शिकायत में शासन को 10 लाख रुपए के राजस्व की हानि होना बताया गया है। हालांकि इस मैदान पर यही एक रजिस्ट्री नहीं हुई है, इसमें कई बड़े कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के भी नाम शामिल हैं। ऐसी करीब 19 रजिस्ट्री इस मैदान पर हुई हैं। लोकायुक्त ने सीएमओ व जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि गलत तरीके से प्लॉट की रजिस्ट्रियां करने वाले लोगों पर एक माह में कार्यवाही करके सूचना दी जाए। जानकार बताते हैं कि नपाध्यक्ष सुधा अग्रवाल, तत्कालीन सीएमओ और राजस्व अधिकारियों पर इस मामले में कार्रवाई हो सकती है।
श्री रावत ने नगर पालिका एक्ट की धारा 38 द (1) और धारा 41 के तहत कार्रवाई करने की मांग की थी। इस धारा में नगरपालिका अध्यक्ष को पद का दुरुपयोग करने पर पद से हटाया जाता है। जानकारी के मुताबिक अभी शासन नगरपालिका अध्यक्ष को पद से हटाने के संबंध में धारा 41 के तहत नोटिस जारी कर सकता है।
इनके नाम भी थी रजिस्ट्री
पूर्व मंडी अध्यक्ष रमेश बामने के पुत्र बृजेश बामने, आशा पत्नी राजेन्द्र मालवीय, रहीश कुरैशी सूरजगंज, अमित जैन यह भूखंड उनकी पत्नी के नाम आवंटित हुआ, विनीता चौरे, राहुल चौरे की चाची, नेहा दुबे, डीके शर्मा, कल्लू यादव, कमलेश पटेल, राजेन्द्र सिंह दुआ, उमाशंकर शुक्ला, पुष्पलता पटवा, इटारसी, देवदत्त तिवारी होशंगाबाद, कृष्णकांत अग्रवाल होशंगाबाद, वीरेन्द्र दुबे इटारसी इनके नाम पर दो भूखंड हैं।
इनका कहना है…!
लोकायुक्त में लाल मैदान की रजिस्ट्रियों की शिकायत की गई थी। मामले की जांच चल रही थी और जांच के बाद उन सारी रजिस्ट्री को निरस्त कर दिया है। लोकायुक्त से एक माह में रजिस्ट्री करने वाले लोगों पर कार्रवाई कर सूचना देने के आदेश हुए हैं।
हरिओम वर्मा, सीएमओ, इटारसी