इटारसी। रेलवे स्टेशन पर गुरुवार की शाम को रत्नागिरी एक्सप्रेस से कोरोना वायरस के एक संदिग्ध और उसके दो साथियों को उतारा गया है। संदिग्ध को रेलवे की टीम ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल में जांच करायी और इसके बाद लक्षण नहीं मिलने पर उसे वापस भेज दिया है। इधर शहर के कुछ युवाओं ने एसडीओपी को एक पत्र के माध्यम से शिकायत की है कि शहर में सऊदी अरब से आए करीब एक दर्जन लोग बेफिक्र घूम रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे लोगों को 14 दिन घरों में रहने के निर्देश दिये हैं। जो लोग आए हैं, वे इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।
ट्रेन से तीन को उतारा
भोपाल से निर्देश मिलने के बाद यहां स्थानीय रेल प्रबंधन ने तीन यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर रत्नागिरी एक्सप्रेस से उतारा। यहां रेलवे की स्वास्थ्य टीम ने उनकी प्राथमिक जांच की और फिर एक संदिग्ध सरकारी अस्पताल ले जाया गया तथा दो को ट्रेन से वापस भेज दिया। हालांकि सरकारी अस्पताल में जांच के बाद ऐसे कोई लक्षण नहीं मिलने पर उसे भी वापस भेज दिया है। बताया जाता है कि युवक को बुखार होने की शिकायत थी। लेकिन अस्पताल में जांच के दौरान ऐसा कुछ नहीं मिला। सरकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एके शिवानी का कहना है कि भोपाल से निर्देश मिलने के बाद तीन को उतारा और एक को अस्पताल लेकर आये थे, लेकिन वह ठीक था और मुंबई में भी उसकी जांच हो चुकी थी। उसमें ऐसे कोई लक्षण नहीं थे। इसके बाद उसको भी वापस भेज दिया है।
पंद्रह की पुलिस को शिकायत
शहर के कुछ युवाओं ने पुलिस को शिकायत की है कि पिछले दिनों सऊदी अरब से लौटे कुछ लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने 14 दिन घरों में रहने की सलाह दी थी जो नहीं मान रहे हैं और वे बाजार में घूम रहे और अपनी दुकानों पर भी जा रहे हैं। एसडीओपी महेन्द्र कुमार मालवीय को युवाओं ने एक पत्र के माध्यम से शिकायत की है। एसडीओपी श्री मालवीय ने कहा है कि वे स्वास्थ्य विभाग से जानकारी लेकर ऐसे लोगों से बात करेंगे। इस मामले में सरकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉ.एके शिवानी ने बताया कि दस लोग सऊदी अरब और पांच लोग नेपाल से आये हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों की भी एयरपोर्ट पर जांच हो चुकी है, इनमें भी ऐसे किसी प्रकार के लक्षण नहीं मिले हैं। हालांकि उनको भी एहतियात के तौर पर घरों में रहने के लिए सुझाव दिया है।
वाहनो को सेनेटाइज कर चलाया जाये
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मनोज तेहनगुरिया ने कोरोना वायरस के संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए उससे बचाव के लिए सभी यात्री वाहनों के संचालकों को निर्देशित किया है कि सभी वाहन चाहे बस हों या फिर अन्य यात्री वाहन, उनको सेनेटाइज कर साफ सुथरा रखा जाये साथ ही वाहनों के अंदर ही मुखबंद डस्टबिन भी रखी जाये और इसके बाद ही यात्री वाहनों का संचालन किया जाये।