शिकायत : बीईओ केसला ने की जांच, स्टाफ के बयान दर्ज किये

Post by: Manju Thakur

इटारसी। सीनियर आदिवासी कन्या छात्रावास सूरजगंज में अधीक्षक के खिलाफ छात्राओं और उनके परिजनों की शिकायत के बाद सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग के निर्देश से केसला विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने छात्रावास पहुंचकर वहां के स्टाफ और छात्राओं के बयान दर्ज किये। बताया जा रहा है कि कुछ शिकायतें सहीं हैं और कुछ सही नहीं पायी गयी हैं। हालांकि बीईओ केसला ने यह रिपोर्ट सहायक आयुक्त को भेज दी है। वहां से निर्देश मिलने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि सीनियर आदिवासी कन्या छात्रावास सूरजगंज में रहने वाली छात्राओं ने अधीक्षक शीला मालवीय के खिलाफ आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त श्रीमती चंद्रकांता सिंह को शिकायत की थी कि अधीक्षक के पति उनके कमरों में तांकझांक करते हैं, छात्रावास में उनको खाना नहीं दिया जाता है, एक छात्रा की शिकायत थी कि उसके खाते में राशि जमा नहीं की गयी है, छात्रावास अधीक्षक दिन में घर चली जाती हैं। ऐसी और अन्य गंभीर शिकायतें थीं। शिकायत मिलने के बाद श्रीमती सिंह ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी आशा मौर्य को जांच के निर्देश दिये। श्रीमती मौर्य ने जांच करके छात्रावास के स्टाफ मेंबर्स से भी बयान दर्ज कर उसकी वीडियो रिकार्डिंग करायी है।

कुछ शिकायतें सहीं, कुछ गलत
सूत्र बताते हैं कि छात्रावास अधीक्षक श्रीमती शीला मालवीय के खिलाफ छात्राओं और उनके परिजनों द्वारा की गई शिकायतों में कुछ तो सही पायी गयी हैं और कुछ झूठी हैं। अब देखना है कि जो शिकायतें सही पायी गयी हैं, उन पर विभाग क्या कार्रवाई करता है और जो झूठी हैं तो उसके लिए छात्राओं और उनके परिजनों को क्या हिदायतें मिलती हैं। बताया जाता है कि छात्रावास अधीक्षक दिन में सारा दिन ड्यूटी पर नहीं रहकर कुछ घंटे वापस घर चली जाती हैं। छात्राओं की शिकायत थी कि उनको खाना नहीं मिला तो पता चला है कि किसी कारण से एक दिन छात्राओं को खाना नहीं मिला था।

गंभीर है आरोप, रिपोर्ट का इंतजार
छात्रावास अधीक्षक श्रीमती शीला मालवीय के पति के खिलाफ छात्राओं ने शिकायत दर्ज करायी थी कि वे खिड़की से छात्राओं के कमरों में तांकझांक करते हैं। हालांकि इस शिकायत में कोई सच्चाई जैसी बात स्टाफ से नहीं मिली है। बावजूद इसके विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है। सहायक आयुक्त को अब बीईओ से रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। श्रीमती सिंह का कहना है कि जो भी रिपोर्ट प्राप्त होगी उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी। माना जा रहा है कि शिकायतों में जितनी भी सच्चाई मिली है, उसी के आधार पर छात्रावास अधीक्षक को वहां से हटाकर किसी अन्य को कार्यभार सौंपा जा सकता है।

पासबुक फाडऩे की शिकायत
बताया जाता है कि एक छात्रा और उसके परिजनों ने शिकायत की थी कि उसके खाते में दस फीसदी आने वाली राशि नहीं जमा हो रही है। हालांकि इस मामले में सहायक आयुक्त चंद्रकांता सिंह का कहना है कि उनके कार्यालय में हर माह पेड स्क्रोल प्राप्त होता है, उसके अनुसार यह राशि जमा हो रही है। बावजूद इसके इस मामले में भी इसकी पुष्टि के लिए बीईओ श्रीमती आशा मौर्य की रिपोर्ट मिलने का इंतजार किया जा रहा है। छात्रा के परिजनों का कहना है कि जब यह शिकायत लेकर वे छात्रावास अधीक्षक के पास पहुंचे और प्रविष्ठि बताने को कहा तो उनके पति ने उनके हाथ से पासबुक लेकर फाड़ दी।

इनका कहना है…!
हमारे पास छात्राओं और उनके परिजनों ने छात्रावास अधीक्षक के खिलाफ शिकायत की थी। वह छात्रावास विकासखंड शिक्षा अधिकारी केसला के अंतर्गत आता है। उनको जांच के निर्देश दिये हैं, अभी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
श्रीमती चंद्रकांता सिंह, सहायक आयुक्त

हमने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग से निर्देश मिलने के बाद छात्रावास पहुंचकर छात्राओं और उनके परिजनों द्वारा की गई शिकायतों की सिलसिलेवार जांच की और वहां के स्टाफ के बयान दर्ज किये हैं। वीडियो रिकार्डिंग भी की गई है। जल्द रिपोर्ट पेश करेंगे।
श्रीमती आशा मौर्य, बीईओ केसला

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