गर्भवती एवं बच्चों के चेहरे खिले

Post by: Manju Thakur

इटारसी। संभागीय कमिश्नर उमाकांत उमराव के मार्गदर्शन में जिला होशंगाबाद में चलाये जा रहे हिरण्यगर्भा अभियान में चिन्हित हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं को अधिकारियों द्वारा गृहभेंट दी जा रही है। इस अभियान के फलस्वरूप सफल प्रसव उपरांत सामान्य बच्चे जन्म ले रहे हैं। वहीं आंगनवाड़ी केन्द्रों को कुपोषण मुक्त करने हेतु जनभागीदारी से विभाग को प्राप्त स्माईल वेन गांव-गांव में भ्रमण कर कुपोषित बच्चों का मौके पर इलाज कर रही हैं।
वैन में चिकित्सकीय दल के साथ-साथ, दवाईयां, आवश्यक उपकरण, वजन मशीन, साल्टर, एमयूएसी टेप, एलईडी टीवी, ऑडियो सिस्टम आदि मौजूद हैं। दूरस्थ ग्राम के कुपोषित बच्चों को ग्राम में ही चिकित्सकीय लाभ प्राप्त हो इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा जिले में स्माइल वेन चलाई जा रही है। स्माइल वेन में अटल बाल पालक के रूप में जुड़े निजी चिकित्सक व शासकीय शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा अपनी पूरी टीम के साथ निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार उपस्थित रहकर कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर नि:शुल्क दवाईयों का वितरण किया जाता है।
ग्राम बिछुआ, तवानगर, नयाचीचा परियोजना केसला अंतर्गत आंगनवाड़ी केन्द्र में विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.अभय सैनी एवं परियोजना अधिकारी योगेश घाघरे ने संयुक्त रूप से अतिकम वजन के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किया जिसमें 2 दिन में लगभग 76 बच्चों का स्वास्थ्य उपचार किया। शिविर उपरांत संयुक्त रूप से हिरण्यगर्भा अभियान अंतर्गत ग्राम मरोड़ा, सोनतलाई, बिछुआ, तवानगर में चिन्हित 8 हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं को घर पर जाकर चिकित्सीय एवं पोषण परामर्श दिया। इस अवसर पर सेक्टर पर्यवेक्षक श्रद्धा मीना, कमलेश वर्मा एवं समस्त आंगनवाड़ी कार्यकताओं के साथ कुपोषित बच्चों के अभिभावक आदि उपस्थित थे।

error: Content is protected !!