तवानगर के कई हिस्सों में 15 दिन में मिल रहा पानी

Post by: Manju Thakur

रानीपुर पंचायत की पेयजल समस्या हल करने का प्रस्ताव
इटारसी। तवानगर में गंभीर पेयजल संकट है। हालात यह है कि यहां के कई इलाकों में पंद्रह दिन से एक हफ्ते में पानी मिल रहा है। गर्मी बढऩे के साथ ही यह संकट और अधिक भयावह हो रहा है। वर्षों से ग्राम पंचायत रानीपुर के तवानगर कस्बे को पानी की परेशानी से जूझना पड़ रहा है, लेकिन इसका कोई उचित समाधान अब तक खोजा नहीं जा सका है। वर्तमान में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि कई हिस्सों में पंद्रह दिन और कुछ जगह एक-एक हफ्ते में पानी मिल रहा है।
आज जनपद पंचायत केसला के नए सीईओ दिलीप कुमार के समक्ष जनपद सदस्य मनोज गुलबाके, पंच भूपेश साहू, तवानगर के भाजपा अध्यक्ष विनोद कहार और पूर्व अध्यक्ष सुरेश देशमुख ने एक प्रोजेक्ट पेश किया है। इस दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सब इंजीनियर एके मेहतो भी मौजूद रहे।

इन बिंदुओं पर हुई है चर्चा
तवानगर की रेग्यूलर कालोनी में साहू चक्की के पास खनन किए गए बोर से सप्लाई करके एक पांच हजार लीटर की टंकी रखने से यहां के तीन सौ परिवार लाभान्वित हो सकेंगे। इसी ट्यूबवेल को मेन लाइन से जोड़कर पोस्ट आफिस क्षेत्र तक जल वितरण किया जा सकता है। ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्थित बड़े कुए में एक दस हार्सपावर का समर्सीबल पंप डाला जाए ताकि तवानगर की चपरासी लाइन, बाजार क्षेत्र, कहार मोहल्ला एवं पोस्ट आफिस तक के क्षेत्र में जल वितरण किया जा सके। इस व्यवस्था से 450 से 500 परिवारों को पीने का पानी मिल सकेगा। गोंडी मोहल्ला क्षेत्र में वर्तमान में चार नल बिना किसी मोटर के चल रहे हैं। इनमें दस हॉर्सपावर का समर्सिबल पंप डाल जाए ताकि गोंडी मोहल्ला, बड़ मोहल्ला, चांदनी चौक आदि क्षेत्रों में पेयजल वितरण किया जाए। इस व्यवस्था से यहां के पांच से छह सौ परिवारों को पानी मिल सकेगा।

ये भी दिए गए सुझाव
तवानगर की संपूर्ण पाइप लाइन करीब 45 साल पुरानी है। यह पाइप लाइन ज्यातर जगह से जर्जर होकर टूट-फूट गई है। कई जगह इसमें जंक लग गयी है। इस पाइप लाइन से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिया है कि संपूर्ण पाइप लाइन बदली जानी चाहिए। वर्तमान में जो पेयजल वितरण किया जाता है, उसमें यहां के कुछ लोग मोटर लगाकर पानी खींचते हैं, जिससे आगे के नलों में पानी नहीं आ पाता है। ऐसे लोगों को समझाइश दी जाए और नहीं मानने पर उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत की जाए। इसके साथ ही भविष्य में कुआ, बोरवेल एवं हैंडपंप में समर्सिबल पंप डाला जाए, उसे किसी तकनीकि एक्सपर्ट से कराया जाए। पिछले दिनों एक नलकूप में जो समर्सिबल डाला है, उसका स्टार्टर दूसरे दिन ही जल गया और आज तक सुधारा नहीं गया है।

दो तरह की योजना बनायी है
तवानगर के जनप्रतिनिधि और कुछ अन्य लोग एक प्लान लेकर आए थे। दरअसल हमने वहां के लिए लंबे समय की और कुछ तात्कालिक योजना तैयार की है। पुरानी पाइप लाइन बदलने की योजना है, अभी पंचायत निधि से बोरवेल के माध्यम से जोड़कर पांच हजार लीटर की टंकी रखी जाएगी, पंप हाउस में जो जल संसाधन विभाग का स्टाफ वर्तमान में कार्यरत है, वह 15 दिन बाद हटाया जाना था, हमने उनके अधिकारियों से बात की है तो वे 15 जून तक रखने को तैयार हो गए हैं। इसके बाद गांव के ही आईटीआई पास या ऐसे ही डिप्लोमा होल्डर को रखे जाने के निर्देश पंचायत सचिव को दिए हैं। उनको कहा है कि वे ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित कराके हमारे पास भेजें। इसके अलावा जो लोग मिलने आए थे, उनको श्रमदान के लिए राजी किया है, क्योंकि वहां गंदगी बहुत है। आगामी समय में हमारा प्लान है कि हम तवानगर को पॉलिथिन मुक्त करें।
दिलीप कुमार, सीईओ जनपद पंचायत केसला

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