इटारसी। ग्राम जुझारपुर में सागौन की लकड़ी जब्त करने एसडीओ के नेतृत्व में गए फारेस्ट दल पर हथियारों से लैस सागौन तस्करों द्वारा किए हमले के पांच आरोपी पथरोटा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए हैं। यह गिरफ्तारी रविवार की देर रात हुई है।
उल्लेखनीय है कि वन विभाग के एसडीओ डीके वासनिक को सूचना मिलने के बाद उनके नेतृत्व में टीम जुझारपुर के प्रदीप पटेल और रामगोपाल पटेल के घरों में सर्चिंग के लिए गई थी। इस दौरान करीब डेढ़ दर्जन ग्रामीणों ने टीम पर हथियारों और लाठियों से हमला कर दिया था। अचानक हुए हमले से वनकर्मी संभल नहीं पाए थे और ग्रामीण इनके साथ मारपीट करके वहां से भाग निकले थे। ग्रामीणों ने वन विभाग के सरकारी वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया था। एसडीओ वासनिक के अनुसर जुझारपुर में एक मकान में सागौन की लकडिय़ां बड़ी मात्रा में होने की जानकारी थी, इसी के लिए छापामारी की जा रही थी।
इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज
पुलिस ने सूचना पर गांव पहुंचकर जांच की। इसके बाद डिप्टी रेंजर किरेश प्रसाद की शिकायत पर रोहित पटेल, प्रदीप पटेल, आकाश पटेल, संजय धुर्वे, मोहन उईके और अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। एसडीओ वासिनक के अनुसार जुझारपुर गांव में लकड़ी की बड़ी खेप होने की सूचना मिली थी। जिस पर उनके निर्देशन में फारेस्ट डिप्टी रेंजर सहित 15 सदस्यों का एक दल सुबह दो वारंट लेकर कार्रवाई के लिए गांव पहुंचा था। अचानक वन अमले को देखकर ग्रामीणों ने आपा खो दिया और वनकर्मियों पर हमला कर दिया। ग्रामीणों ने लाठी, तलवार और पत्थरों से वनकर्मियों पर वार किए। जिसमें दो कर्मी घायल हो गए, साथ ही उनके सरकारी वाहन को भी नुकसान पहुंचाया है। हमले में डिप्टी रेंजर अजय श्रीवास्तव, वन रक्षक हेमराज राजपूत और सौरभ मित्रा घायल हुए हैं।