होशंगाबाद। बाबई स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ ब्लाक मेडिकल आफिसर डॉ.शोभना चौकसे के खिलाफ भोपाल से आयी लोकायुक्त की टीम ने छापामार कार्रवाई कर बीएमओ के कर्मचारी को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. शोभना चौकसे के क्लीनिक पर दोपहर में 12 सदस्यीय लोकायुक्त टीम ने लोकायुक्त के डीएसपी व्हीके परिहार के नेतृत्व में छापामार कार्रवाई की है। बताया जाता है कि बीएमओ ने सीएचसी में पदस्थ एक एएनएम से पिछला वेतन निकालने के लिए दस हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। टीम ने बीएमओ के कर्मचारी मिलन यादव को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। डीएसपी श्री परिहार ने बताया कि यह राशि मिलने को देने के लिए डॉ. शोभना चौकसे ने ही फरियादी से कहा था। पीडि़त ने 3 जून को इसकी शिकायत लोकायुक्त को की थी। लोकायुक्त में दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि डॉ.शोभना चौकसे हाल ही में कोरोना ड्यूटी के दौरान काफी सुर्खियों में आयी थीं, जब अखबारों में उनकी अपने बच्चों को भाई-भाभी के पास छोड़कर 24 घंटे सेवा देने की खबरेें प्रकाशित हुई थीं। उन्होंने कहा कि था कि कर्तव्य और परिवार के बीच वे कर्तव्य को प्राथमिकता देती हैं। उनको शादी के 22 वर्ष बाद सेरोगेसी से बच्चे हुए हैं और उन बच्चों को छोड़कर वे काम पर वापस लौटीं। अब वे इस रिश्वतकांड से पुन: सुर्खियों में आयी हैं।