शाकाहारी भोजनालय और ढाबों को बंद न किया जाये 

Post by: Manju Thakur

इटारसी।

 पुलिस के एक आदेश के कारण पिछले तीन महीने से व्हीकल एक्सीडेंट में कमी आई है, लेकिन इस आदेश से शाकाहारी भोजन परोसने वाले भोजनालय, ढाबे और उनसे लगे हुए मैरिज गार्डन भी प्रभावित हो रहे हैं। आरटीआई एक्टीविस्ट प्रमोद पगारे ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया है कि रात्रि 12 बजे के बाद अपराधों को नियंत्रित करने जो ढाबे बंद करने के आदेश लागू किए हैं, जिसका कड़ाई से पालन किया जा रहा है उसमें पुन: विचार किया जाए। उन ढाबों को अथवा भोजनालयों को बंद किया जाए जहां पर शराब परोसी जाती है और जिससे एक्सीडेंट होते हैं, मौते भी हो जाती है। लेकिन जिन ढाबों अथवा भोजनालयों पर शाकाहारी भोजन परोसा जाता है तथा शहरों अथवा गांव के परिवार अपने बच्चों का जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ अथवा विवाह के कार्यक्रम करते हैं वहां पर क्या किया जा सकता है पुलिस अधिकारियों को इस मामले में भी विचार करना चाहिए। प्रमोद पगारे ेने कहा कि सरकार के आदेश के अनुसार शहर और गांव में यहां तक की नेशनल हाईवे पर भी शराब की दुकानें रात्रि 11:30 तक खुले रहने की अनुमति दी गई है लेकिन शराब दुकानों के खुलने एवं बंद होने के समय को जब बढ़ाया जा सकता है तो उनका समय घटाने पर भी विचार किया जाना चाहिये।
 श्री पगारे ने कहा कि गुरूवार को उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को ट्वीट भी किया है और मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ में 181 पर सुझाव भी नोट कराया है। उन्होंने होशंगाबाद एवं बैतूल जिले के पुलिस अधिकारियों से एवं जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस मामले का कोई सकारात्मक हल निकाला जाना चाहिये।
error: Content is protected !!