केंद्र का बजट जनता की आशाओं के साथ धोखा, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों की अनदेखी

Post by: Rohit Nage

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इटारसी। नई सरकार के पहले बजट से पूरे देश को आशा थी, आम चुनावों के दौरान 400 सीटें जीतने का खोखला दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) 240 पर सिमटने के बाद से ही बैसाखियों पर चल रही है, ये बैसाखियां मुख्यत: बिहार (Bihar) और आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh) जैसे राज्यों से आती हैं, इसी की बड़ी झलक केंद्र के यूनियन बजट 2024 में देखी गयी, जिसमें एक तरफ तो मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) जैसे राज्य जहां भाजपा ने क्लीन स्वीप किया, जनता ने मेहंगाई, बेरोजगारी और संविधान जैसे महत्वपूर्ण विषयों को मध्यप्रदेश में तरजीह नहीं दी और मोदी जी के झूठे तिलस्म को मध्यप्रदेश मे बरकरार रखते हुए बम्पर बहुमत दिया।

यह बात इंडियन यूथ कांग्रेस (Indian Youth Congress) के प्रवक्ता गुफरान अंसारी (Gufran Ansari) ने यहां जारी एक बयान में कहीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मध्यप्रदेश को सिरे से निराश किया और पूरे बजट में कोई विशेष बात मध्यप्रदेश के लिए नहीं की, जिससे मध्यप्रदेश की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। शिक्षा के बजट मे कटौती एवं पेपर लीक जैसे विषयों पर सरकार की शिक्षा नीति समझ से परे है। कोरोना महामारी के बाद भी सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं, डॉक्टर स्टॉफ की कमी और आम आदमी की पहुंच से बाहर महंगे इलाज को लेकर कोई चिंतन कोई सुधार का उल्लेख बजट में नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य बजट कुल बजट अनुपात में भी घटा दिया गया है।

बेरोजगारी जैसे विषयों पर सरकार की चुप्पी, अग्निपथ योजना को खत्म करने का जिक्र नहीं, कांग्रेस के लोकसभा चुनावी न्याय पत्र की पहली नौकरी पक्की योजना के 1 साल के अप्रेन्टिशिप प्रोग्राम योजना को चुराने का दुस्साहस सरकार ने किया। कृषि बजट में भी कटौती कर, एमएसपी गारंटी या किसान ऋण माफी का कोई जिक्र नहीं कर के किसानों से धोखा किया है। सरकार ने, महिला सुरक्षा, महिला आरक्षण जैसे विषयो पर वित्त मंत्री सीतारमन की चुप्पी सरकार की मंशा को उजागर करते हैं।

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