– स्थानीय स्तर पर कन्यादान योजना में विवाह के लिए दबाव
इटारसी। केसला ब्लॉक (Kesla Block) के तिलकसिंदूर (Tilaksindoor) में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना (Chief Minister Kanyadan Yojana) के अंतर्गत 24 मई को तिलकसिंदूर में होने वाले सामूहिक विवाह में सिवनी मालवा (Seoni Malwa) के जोड़ों के सामने नई परेशानी आ गई है। उनके आवेदन फार्म पर सिवनी मालवा जनपद के सीईओ (CEO) यह कहकर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं, कि आपको यहीं विवाह करना होगा, तभी हस्ताक्षर करेंगे। इस मामले में सिवनी मालवा जनपद सीईओ को काल किया तो उन्होंने काल रिसीव (Call Receive) नहीं किया।
यह आरोप आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर (Tribal Service Committee Tilak Sindoor) ने लगाये हैं। समिति का कहना है कि यहां के विवाह की तारीख पहले तय होने से वहां के जोड़ों ने यहां पंजीयन कराके सारी तैयारियां की और यहां कार्ड भी छप गये हैं। ऐसे में जनपद सीईओ द्वारा हस्ताक्षर नहीं करने से नयी समस्या खड़ी हो गयी है। वे चाहते हैं कि ये जोड़े सिवनी मालवा में ही विवाह करें, जबकि यहां हम सारी तैयारी कर चुके हैं। समिति के प्रवक्ता विनोद बारीवा का कहना है कि ऐसे करीब 12 जोड़े हैं जो यहां से विवाह करना चाहते हैं, लेकिन उनके समक्ष परेशानी खड़ी की जा रही है। समिति जल्द ही इस विषय में सीईओ केसला से मिलने वाली है।
अब तक हो गये सौ जोड़े
आदिवासी ब्लॉक केसला के अंतर्गत 24 मई को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत तिलक सिंदूर में होने वाले विवाह सम्मेलन के लिए अब तक करीब सौ जोड़े समिति के समक्ष पंजीयन करा चुके हैं। जनपद पंचायत सीईओ सिवनी मालवा द्वारा कई कन्याओं के फॉर्म में हस्ताक्षर नहीं करके उन्हें वंचित किया जा रहा है, जबकि कलेक्टर (Collector) के निर्देश हैं कि जिले कि कोई भी कन्या विवाह से वंचित न रहे।
सीईओ केसला से मिलेंगे
सीईओ सिवनी मालवा द्वारा कन्याओं के फार्म पर हस्ताक्षर नहीं करने की सूचना मिलने के बाद आज आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर की टीम ब्लॉक सीईओ केसला से मिलकर इन समस्याओं के बारे में बताएगी। उनका कहना है कि 24 मई के विवाह के कार्ड वर वधुओं द्वारा वितरित कर दिये हैं, ऐसे में सभी परेशान होंगे। समिति ने कहा कि यदि समस्या का निदान नहीं हुआ तो कलेक्टर से मिलेंगे।