पूर्व विधायक के नेतृत्व में एसपी से मिले कांग्रेसी
इटारसी। युवक कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं पर हुई एफआईआर (FIR) को गलत कार्रवाई बताते हुए पूर्व विधायक ओम रघुवंशी (Former MLA Om Raghuvanshi) के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक गुरुकरण सिंह (Superintendent of Police Gurukaran Singh) से मुलाकात की और मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) के आंवलीघाट आगमन के वक्त डोलरिया पुलिस ने युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों को हिरासत में लेकर शांतिभंग करने के आरोप में 151 के अंतर्गत कार्रवाई करके जेल भेजा था। युंका ने इसकी जांच की मांग करते हुए कुछ सवाल उठाए हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के आंवरीघाट कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने युवक कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष शिवा राजपूत, महासचिव अखिलेश पांडेय, महामंत्री आनंद पर 151 की कार्रवाई कर हिरासत में लेकर दोपहर 12ः30 बजे से शाम 7 बजे डोलरिया थाना अंतर्गत एक कहानी बना कर 151 की इस्तगासा प्रस्तुत की गई। अब युंका पदाधिकारियों का कहना है कि थाना कोतवाली होशंगाबाद के सीसीटीवी फुटेज एवं जिला अस्पताल जहां पर पदाधिकारियों का मेडिकल कराया था, वहां के फुटेज निकालकर उनकी उपस्थिति का सत्यापन किया जा सकता है। साथ ही मेडिकल कराने के दौरान की पर्ची भी इस बात की गवाह है कि उनकी उपस्थिति उस वक्त होशंगाबाद में थी। जब तीनों पदाधिकारियों की उपस्थिति होशंगाबाद की थी तो उन्होंने कैसे डोलरिया थाना अंतर्गत शाम 7 बजे शांति भंग कर दी।
युंका का कहना है कि निरंतर जिले में इस प्रकार के झूठे अपराध कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बनाए जा रहे हैं, जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं। अगर 7 दिवस के अंदर संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई नहीं की जाती है, तो न्यायालय की शरण लेकर आगे की कार्रवाही करेंगे। साथ ही संगठन स्तर पर भी एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा जिससे हर एक पदाधिकारी को न्याय मिल सके जिनके साथ इस प्रकार की घटना हुई है। पुलिस अधीक्षक गुरुकरण सिंह होशंगाबाद को ज्ञापन देने वालों में पूर्व विधायक सिवनी मालवा ओम प्रकाश रघुवंशी, विधानसभा अध्यक्ष युवा कांग्रेस शिवा राजपूत, विधानसभा महासचिव युवा कांग्रेस अखिलेश पांडेय, महामंत्री युवा कांग्रेस आनंद गौर, प्रदेश महासचिव भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन मप्ररोहन जैन आदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।