देहात थाना पुलिस ने खोज निकाला घोड़ाडोंगरी के युवक का शव

Post by: Rohit Nage

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इटारसी। नर्मदा नदी (Narmada River) के गोंदरीघाट के पास देहात थाना नर्मदापुरम पुलिस (Dehat Police Station Narmadapuram Police) ने घोड़ाडोंगरी (Ghoradongri) के युवक का शव खोज निकाला है। युवक के साथ उसके पिता, बहन और बहन के बॉयफे्रन्ड ने मारपीट कर उसे नर्मदा नदी के पुल से नीचे फैंक दिया था। घटना 6 फरवरी की बतायी जा रही है। घटना क्यों हुई है, पुलिस इसकी जांच कर रही है।

देहात थाना प्रभारी प्रवीण सिंह चौहान (Praveen Singh Chauhan) ने बताया कि देहात पुलिस एवं घोड़ाडोंगरी पुलिस ने युवक दिलीप बामने (Dilip Bamne) के शव को नदी से तलाश कर निकाल लिया है। उसके साथ उसके पिता अनिल बामने (Anil Bamne), बहन आरती बामने (Aarti Bamne) एवं आरती के बायफेंड नवनीत सराठे (Navneet Sarathe) ने किसी बात को लेकर जमकर मारपीट कर उसका अपरहण कर उसे नवनीत की कार से नर्मदापुरम (Narmadapuram) की तरफ ले आये। आरोपियों ने दिलीप के हाथ,पैर और मुंह बांधकर उसे नर्मदा नदी में फेंक दिया। घोड़ाडोंगरी पुलिस की सूचना पर देहात पुलिस ने नदी में दिलीप की खोजबीन शुरू की और पुलिस को आज सफलता भी मिल गयी।

आज नदी से दिलीप का शव देहात पुलिस एवं घोड़ाडोंगरी पुलिस ने बरामद किया है। देहात पुलिस ने आज दोपहर 3 बजे गोंदरी घाट से मृतक दिलीप का शव बरामद किया है। इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। देहात थाना प्रभारी प्रवीण चौहान को जैसे ही दिलीप के शव को नदी में फेंकने की बात पता चली, उन्होंने अपनी टीम के साथ नर्मदा नदी के किनारों पर तलाश शुरु कर दी थी। उनको आज सफलता मिल गयी। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर उसे पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल भेजा है।

घोड़ाडोंगरी में सराफा बाजार से अपहरण के बाद दीपक बामने को मौत के घाट उतार दिया गया। मंगलवार रात 12:30 पर दीपक को कॉल करके घर बुलाया था। दादी को अभी आता हूं कहकर घर से निकले दीपक का करीब दस मिनट बाद 500 मीटर की दूरी पर मारपीट कर काली कार से अपहरण कर लिया था। मौके से मिली घड़ी के आधार पर दीपक की दादी सरस्वती बामने (Saraswati Bamne) ने पहचान की थी। शुक्रवार शाम करीब 4 बजे दीपक का शव पुलिस को नर्मदापुरम में मिला। जानकारी के अनुसार पुलिस ने दीपक की गुमशुदगी दर्ज होने के बाद संदेह का आधार पर सौतेली मां को पूछताछ के लिए थाने लाया था। इसके बाद दीपक के पिता अनिल से भी पूछताछ की गई। पुलिस की सख्ती के सामने पिता ने बेटे की हत्या बेटी और उसके पुरुष मित्र के साथ मिलकर करना स्वीकार कर लिया है।

संपत्ति का वारिस बनाने पर थी नाराजी

दीपक अपनी दादी के साथ घोड़ाडोंगरी में रहता है। जबकि उसका छोटा भाई प्रकाश नर्मदापुरम में प्राईवेट जॉब करता है। दोनों भाईयों के अलावा दीपक के दो भाई बहन और हैं। दीपक के पिता अनिल बामने ने दूसरी शादी की है। दूसरी पत्नी से उनकी दो संतान एक बेटा और बेटी है। अनिल अपनी दूसरी पत्नी और बच्चों के साथ शोभापुर पाथाखेड़ा में निवास करते हैं और पेशे से ट्रक चालक है। एक वर्ष पहले जब दीपक के दादाजी का निधन हुआ तो पूरा परिवार घोड़ाडोंगरी में जुटा था। दादा ने अनिल को अपनी संपत्ति से बेदखल कर पोते दीपक के नाम पूरी संपत्ति कर दी थी जिसकी नाराजी अनिल और उसकी दूसरी पत्नी के साथ सौतेले भाई और बहन को थी। पहले भी दीपक को कई बार भाई बहन ने जान से मारने की धमकी दी थी।

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