रद्दी से समृद्धि नहीं आ रही ठेकेदारों को रास
इटारसी। कृषि उपज मंडी समिति द्वारा मंडी की आय बढ़ाने किये जा रहे रद्दी से समृद्धि के प्रयोग यहां वर्षों से जमे हम्माल-तुलावटियों के ठेकेदारों को रास नहीं आ रहे हैं। वे पूर्व की तरह ही झाडऩ की वसूली से बाज नहीं आ रहे हैं। यहां तक कि इस अभिनव प्रयोग के तहत झाडऩ का जो ठेका दिया है, उसे भी यहां तक धमका दिया गया है कि वह ठेका वापस करने का आवेदन लगा चुका है। बीती रात इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया और मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया है। आज पुलिस ने ठेकेदार कल्लू यादव को थाने बुला लिया।
दरअसल, मंडी समिति ने रद्दी से समृद्धि (Waste from prosperity) नामक एक नवाचार किया है, जो तुलावटी और मुकद्दम को रास नहीं आ रहा है। इस नवाचार से पहले तक अनाज की खरीद-विक्रय के दौरान जो अनाज जमीन पर गिरता था, वह अघोषित रूप से मुकद्दम, तुलावटी आदि कुछ महिलाओं से एकत्र कराते थे। महिलाओं से अनाज का बड़ा हिस्सा लेकर शेष अनाज स्वयं लेते थे और उसे बेचकर राशि अपने पास रखते थे। इस दौरान कई बार अनाज की चोरी भी होती थी, जिसकी अनेकों बार शिकायतें भी हुईं और विवाद भी हो चुके हैं।
नयी व्यवस्था में ये होने लगा
नयी व्यवस्था में इसका टेंडर करके एक फर्म को यह काम दे दिया है। अब वे महिलाएं जो अब तक दानों को झाड़कर एकत्र करती थीं, उनके परिचय पत्र बनाकर उनकी जानकारी उस फर्म को दी गई है, जिसने टेंडर लिया है। यह फर्म इन महिलाओं के अलावा कुछ नये कर्मचारी रखकर यह काम करा रही है। इससे न सिर्फ चोरी की घटनाएं रुकी है, बल्कि बड़ी मात्रा में बेकार होने वाला अनाज बच गया और मंडी को इससे आय भी मिलने लगी है। इस नयी व्यवस्था से मुकद्दम और तुलावटी की दूसरे रास्ते से होने वाली आय प्रभावित हो रही है जिससे वे परेशान हैं और महिलाओं से पुरानी व्यवस्था के तहत ही अनाज और पैसों की मांग कर रहे हैं। इससे विवाद हो गया है। बात एसडीएम तक पहुंची तो उन्होंने पुलिस को जानकारी दी और मामला अब पुलिस के पास पहुंच गया है। जिन लोगों ने महिलाओं से पैसे की मांग की है, वे कल्लू यादव (Kallu Yadav) की टोली के बताए जा रहे हैं, यही कारण है कि पुलिस ने कल्लू यादव को थाने बुलाया। इस दौरान पुलिस थाने के सामने काफी भीड़ रही।