वैक्सीन से मरने के बाद लापरवाही की डोज से पुन: प्रकट हुआ राक्षस
इटारसी। सफेद बोर्ड पर जैसे ही अफवाह विलयन की बौछार की गई, दस मुख के साथ कोविड का राक्षस दिखने लगा। उसके अलग–अलग सिर कोविड के डेल्टा, अल्फा जैसे विभिन्न वेरियेंट को दर्शा रहे थे। इस महामारी रूपी राक्षस का विनाश करने वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई। राक्षस की चमक कम हो गई और दूसरी डोज लगाते ही राक्षस अदृश्य हो गया और बोर्ड पुन: सफेद दिखने लगा। इस प्रकार का रोचक प्रदर्शन एक्सीलेंस केसला के विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर ने रेस्टहाउस प्रांगण में आयोजित किया।
जिला पंचायत के सीईओ मनोज सरियाम (CEO Manoj Sariam) के मार्गदशन में चलाये जा रहे जागरुकता कार्यक्रम में आज विजय कोविड पर्व को मनाया गया। राजेश पाराशर ने संदेश दिया कि जब तक पूर्ण टीकाकरण नहीं हो जाता है, तब तक मास्क का साथ न छोड़ें अन्यथा कोविड रूपी राक्षस पुन: अपनी मायावी शक्ति से सामने आ सकता है।
प्रयोग प्रदर्शन के दूसरे चरण में वैक्सीन की दूसरी डोज को निर्धारित समय पर लगवाने की जिम्मेदारी स्वयं लेने की आवश्यकता बताई गई। प्रयोग में लापरवाही के विलयन की बौछार की गई तो गायब हुआ राक्षस वीभत्स रूप में पुन: प्रकट हो गया।
विजय दशमी पर आयोजित इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित सांसद प्रतिनिधि राजा तिवारी (MP Representative Raja Tiwari) ने प्रदर्शन के उद्देश्यों को बताते हुए कहा कि वैक्सीन की दूसरी डोज सभी लोग लगवाकर ही कोविड पर विजय पा सकते हैं। इस प्रदर्षन कार्यक्रम में एमएस नरवरिया ने कहा कि वर्तमान में कोविड को समूल नष्ट करने के लिये सभी का टीकाकरण अत्यावश्यक है। इस कार्यक्रम में कैलाश पटैल, एवं हरीश चौधरी ने सहयोग किया।