बच्चों की परेशानी बढ़ाएगा शिक्षा विभाग का फैसला

बच्चों की परेशानी बढ़ाएगा शिक्षा विभाग का फैसला

इटारसी। लोक शिक्षण संचालनालय (Directorate of public education) का एक फैसला बच्चों की परेशानी बढ़ाने वाला है। आयुक्त लोक शिक्षण विभाग जयश्री कियावत (Commissioner Public Education Department Jayashree Kiyawat) के हस्ताक्षर से स्कूलों को मिले एक पत्र में हाई स्कूल और हायर सैकंड्री स्कूलों की कक्षाओं का टाइम सुबह 9 से शाम 5 बजे तक किया गया है। गर्मी के मौसम में यह समय बच्चों की शिक्षण की क्षतिपूर्ति तो नहीं करेगा अलबत्ता उनकी परेशानी ही बढ़ाएगा। आदेश में कहा है कि सत्र 2020-21 में कोविड-19 संक्रमण के कारण लगभग 6 माह तक विद्यालयों में नियमित कक्षाएं संचालित नहीं हो सकी हैं, जिससे सबसे ज्यादा क्षति विद्यार्थियों के अध्यापन कार्य को हुई है। विद्यार्थियों के अध्यापन की क्षतिपूर्ति हेतु विशेष प्रयासों की आवश्यकता है। सत्र की वार्षिक परीक्षा (annual exam) का समय निकट है, अत: समस्त शासकीय हाई एवं हायर सैकंड्री स्कूलों का समय परिवर्तित कर प्रात: 9 से शाम 5 बजे तक किया जाता है। यह आदेश भी तत्काल प्रभाव से लागू होगा।

गर्मी में भट्टी बनते हैं स्कूल
हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों (High and Higher Secondary Schools) में ज्यादातर में बिजली की व्यवस्था तो है, लेकिन कक्षाओं में पंखे ज्यादातर में नहीं है। गर्मी में कमरे भट्टी की तरह तपते हैं, ऐसे में बच्चों की मनोदशा क्या होगी, इस पर विभाग ने विचार नहीं किया है।

राइट टू एजुकेशन में यह
शिक्षा का अधिकार अधिनियम कहता है कि किसी भी बच्चे को साढ़े छह घंटे से अधिक नहीं पढ़ाया जा सकता है। ऐसे में सुबह 9 से शाम 5 बजे तक लगातार 8 घंटे की कक्षाएं लगाना उनके मन पर क्या प्रभाव डालेगा, यह भी नहीं सोचा गया।

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