इटारसी। इस बार गणपति बप्पा (Ganesh ji) 10 सितंबर को विराजमान होंगे। इसको लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई है। गणेश प्रतिमा को आकार दे रहे प्रदीप प्रजापति ने बताया कि उनके यहा पिछले 40 सालों से मिटटी की प्रतिमा बनती आ रही है। वहीं प्रदीप पिछले 15 सालों से गणेश प्रतिमाओं को आकार दे रहें है।
महाराष्ट्र के बप्पा की डिमांड
प्रदीप प्रजापति बताते है कि पिछले दो सालों से महाराष्ट्र पेर्टन के गणेश जी की डिमांड ज्यादा है। अभी तक करीब 500 मूर्तिया बनकर तैयार की गई है। कोविड के कारण केवल 3 फीट तक की प्रतिमाएं बनाई गई है। इसके साथ ही गणपति का बाल रूप भी बनाया गया है।
कोविड के कारण नुकसान
कोविड के कारण बहुत नुकसान हुआ है। पंडाल में बडी मुर्ति नहीं विराजमान होने के कारण नुकसान हो रहा है। छोटी मूुर्तियों को ढालने में समय ज्यादा लगता है। इस बार एक फिट की मूर्ति का रेट 300 रूपए से शुरू हुए है। रेट मूर्ति की साइज के हिसाब से है।