राजीव दीवान सर्वसम्मति से अध्यक्ष मनोनीत
इटारसी। अखिल भारतीय कड़ामानिक पुरी जिझौतिया ब्राम्हण समाज, आपदा अक्षय कोष प्रबंधक समिति के अध्यक्ष पद पर युवा समाजसेवी राजीव दीवान सोनतलाई को निर्विरोध रूप से प्रदेश अध्यक्ष हेमंत दुबे जमानी अध्यक्षता में हुई बैठक में चुन लिया है। बैठक में निर्णय लिया हैै कि समाज के प्रत्येेक व्यक्ति का स्वास्थ बीमा कराया जाएगा।
समाज की बैठक गांधी नगर स्थित सामाजिक भवन से लगे तिवारी निवास पर किया। अध्यक्षता समाज के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत दुबे जमानी ने की। बैठक मेें समाज संगठन की ओर से वरिष्ठ सदस्य और कोषाध्यक्ष संतोष दीवान ने आपदा अक्षय कोष प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पद पर राजीव दीवान के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे बैठक में मौजूद सामाजिक संगठन के सदस्यों ने सर्वसम्मति से सहर्ष सहमति देते हुए स्वीकार कर लिया।
आपदा प्रबंधन एवं अक्षय कोष को वर्तमान में अति आवश्यक बताते हुए समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचने का और सामूहिक एकता में एक कदम आगे बढ़ाना बताया। जिलाध्यक्ष नरेन्द्र तिवारी होश्ंागाबाद ने इस उद्देश्य के व्यापक प्रचार प्रसार के साथ समाज के अंतिम छोर पर मौजूद व्यक्ति के सहयोग की बात कही। कोषाध्यक्ष संतोष दीवान ने आपदा कोष प्रबंधन समिति में सामाजिक दानदाताओं द्वारा दी गई धनराशि का विवरण बताते हुये धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। युवा सदस्य अखिलेश तिवारी ने जिझौतिया समाज भवन से लगा अपना खाली पड़ा निजी निवास समिति को सामाजिक गतिविधियों एवं आफिस कार्य के लिये देने की घोषणा कर चाबी सौंपी।
प्रदेश अध्यक्ष हेमंत दुबे ने सभी से अक्षय कोष में सदस्यता लेने एवं दानवीरों से दान देने की अपील करते प्रतिवर्ष स्वयं 21 हजार रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने सबसे स्वास्थ की चिंता करते हुये समाज के प्रत्येक व्यक्ति का स्वास्थ बीमा कराने का प्रस्ताव दिया,जिसे स्वीकार किया गया। नव नियुक्त अध्यक्ष राजीव दीवान ने सबसे प्रति आभार जताते हुए कहा कि जो जिम्मेदारी सौंपी है उसका सत्यनिष्ठा से निर्वहन कर समिति का विस्तार भी किया जायेेगा।
इस दौरान वरिष्ठ सदस्य कैलाश दुबे, अनिल दुबे, विनोद दुबे,अजय दुबे, अभिषेक दुबे, नरेन्द्र तिवारी, रजत दुबे, चन्द्र भूषण पांडे, संदीप तिवारी, दीपक श्रोती, यश दुबे, राहुल दुबे,श्याम पांडे,़ ऋषभ दुबे, रत्नेश तिवारी, शैलेन्द्र दुबे की उपस्थिति में कोरोना में असमय कालकलवित सदस्यों की आत्मशांति के लिये दो मिनट का मौन रखकर उन्हे श्रद्धांजलि दी।