नर्मदापुरम। 33 वर्षों से सतत चली आ रही परंपरा के अंतर्गत 34 वे वर्ष में शिवार्चन समिति (Shivarchan Samiti) के तत्वाधान एवं आचार्य सोमेश परसाई (Acharya Somesh Parsai) के सान्निध्य में विंध्याचल शेड (Vindhyachal Shed) सेठानी घाट ( Sethani Ghat) से भगवान शिव के महा रुद्राभिषेक महोत्सव का श्री गणेश हुआ ।
आचार्य ने शिव भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि शास्त्रों में गुरु की तुलना ब्रह्मा, विष्णु, महेश से की है, क्योंकि ब्रह्मदेव ने हमारा निर्माण किया है, गुरुदेव हमारे अंदर संस्कारों का निर्माण करते हैं, जिस तरह भगवान विष्णु हमारा पालन करते हैं, ठीक वैसे ही गुरु भी हमें सभ्य संस्कारित बना कर हमें जीविका उपार्जन योग्य बनाते हैं और धर्म पालन में लगाते हैं।
भगवान शिव की तरह ही गुरुदेव भी हमारे तमस अंधकार और अवगुणों का नाश करते हैं। इसके पश्चात भगवान शिव का वेद मंत्रों के द्वारा रुद्राभिषेक हुआ। भगवान को नाना प्रकार के दृव्यों से स्नान कराया गया। शिवार्चन समिति द्वारा यह सार्वजनिक आयोजन पूरे माह प्रात: 6 बजे से विंध्याचल शेड सेठानी घाट पर आयोजित होगा।