– सरस्वती पुत्र सम्मान डॉ मनोज के पटेरिया को
– कला मीणा होशंगाबाद को आचार्यश्री सम्मान
इटारसी। विपिन जोशी स्मारक समिति Vipin Joshi smarak samiti का 36 वॉ राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान समारोह National Teacher Honor Ceremony इस वर्ष कोविड-संक्रमण Covid infection एवं पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी Former President Pranab Mukherjee के निधन, राष्ट्रीय शोक के कारण सांकेतिक रूप में समिति परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में मनाया जाएगा। समिति के अध्यक्ष रमेश Chairman Ramesh के साहू एडवोकेट एवं सचिव विनीत चौकसे Secretary Vineet Chouksey ने बताया कि समारोह में पूर्व गृह उपमंत्री विजय दुबे काकूभाई Home Deputy Minister Vijay Dubey Kakubhai एवं संस्थापक संरक्षक प्रमोद पगारे Mentor pramod pagare विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त कला मीणा Governor Award Kala Meena होशंगाबाद को आचार्यश्री सम्मान ध्यान दास नामदेव, मनीराम नामदेव एवं गुलजारीलाल नामदेव की संयुक्त समिति में राजेन्द्र नामदेव एवं पूनमचंद नामदेव द्वारा स्थापित से सम्मानित किया जाएगा।
साहू ने बताया कि स्थानीय पत्रकार भवन में ठीक 4:30 बजे उक्त सम्मान समारोह सोशल डिस्टेंस एवं अन्य नियमों का पालन करते हुए समिति के सदस्यों के बीच में ही मनाने का निर्णय लिया गया है। समिति सचिव विनीत चौकसे ने सदस्यों से निवेदन किया है कि सांकेतिक एवं सीमित संख्या के इस आयोजन में मास्क के साथ शामिल हों। विपिन जोशी स्मारक समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि संक्रमण रोग की समस्त परिस्थितियां सामान्य होने पर परंपरागत रूप से गौरवशाली एवं भव्य रुप में समारोह आयोजित किए जाने की तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी।
सरस्वती पुत्र सम्मान
इस वर्ष सरस्वती पुत्र सम्मान डॉ. मनोज के पटेरिया Dr. Manoj Pateria को प्रदान किया जा रहा है। वे भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार हैं तथा विज्ञान संचार में पीएचडी प्राप्त करने वाले भारत के पहले व्यक्ति हैं। उन्होंने एमएससी जूलॉजी (एनवायरमेंटल बायोलॉजी में) एवं एमबीए (मानव संसाधन विकास) में, हावर्ड विश्वविद्यालय यूएसए से विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं नवाचार योजना में अध्ययन किया, मास कम्युनिकेशन एवं जर्नलिस्ट में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा धारी है। वर्तमान में आप विजिटिंग प्रोफेसर साइंस कम्युनिकेशन नेशनल यूनिवर्सिटी साउथ कोरिया प्रमुख एनसीएसटीसी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वे इंटरनेशनल इंटर अकैडमी ग्रुप ऑफ साइंस कम्युनिकेशन के उपाध्यक्ष भी चुने गए हैं आपकी ये उपलब्धि वैश्विक स्तर पर भारत की विज्ञान संचार में लीडरशिप को दर्शाती है।