इटारसी। स्वामी विवेकानन्द जी (Swami Vivekananda ji) की 159 वी जयंती के उपलक्ष्य में पं.भवानी प्रसाद मिश्र सभागृह में व्याख्यानमाला का आयोजन किया।
मुख्य अतिथि विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्ययन डॉ सीतासरन शर्मा, विशिष्ट अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे रहे। अध्यक्षता एवं मुख्य वक्ता मेघराज राठी, जन अभियान परिषद के संभाग समन्वयक कौशलेश प्रताप तिवारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा (MLA Dr. Sitasaran Sharma) ने कहा कि 12 जनवरी 1863 को स्वामी विवेकानंद का जन्मदिवस युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
पंकज चौरे ने कहा कि रामकृष्णन मिशन की स्थापना स्वामी विवेकानंद ने की थी, जो रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे। संभाग समन्वयक कौशलेश प्रताप तिवारी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 1 मई 1897 रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। रामकृष्ण मिशन स्वास्थ्य, शिक्षा, आपदा प्रबंधन एवं राहत ग्रामीण प्रबंधन और आदिवासी कल्याण के लिए काम करता था।
उन्होंने 15 सितंबर 1893 में स्वामी जी की कहानी शांति की खोज, रेलवे स्टेशन की कहानी अंधविश्वास के पाखंड की कहानी मिशिगन नदी का किनारा कुएं के मेंढक की कहानी के बारे में बताया। स्वामी विवेकानद ने 11 सितंबर 1893 का शिकागो में हुए विश्व धर्म सम्मेलन में एक बेहद चर्चित भाषण दिया था।
मुख्य वक्ता मेघराज राठी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद सार्वभौमिक सहनशीलता से ही विश्वास नहीं रखते, बल्कि हम विश्व के सभी धर्मों को सत्य के रूप में स्वीकार करते हैं। आभार प्रदर्शन जिला समन्वयक राजेश सिसोदिया ने किया। मयूर मालवीय, दीपक अग्रवाल, राकेश जाधव ने भी स्वामी विवेकानंद पर विचार प्रकट किये।
कार्यक्रम में जन अभियान परिषद के विकासखंड समन्वयक, अनिल बोबड़े, मैंटर्स सुमन सिंह, जिले के सभी नवांकुर संस्थाएं, पार्षद राहुल प्रधान, कन्हैयालाल सराठे, विक्रम त्रिलोक, डॉ. नीरज जैन, योगेन्द्र सिंह, प्रमोद पुरविया, दीपक मालवीय आदि मौजूद रहे।