हम चिकित्सा और विज्ञान के क्षेत्र में किसी देश से पीछे नहीं

Post by: Poonam Soni

इटारसी। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद नई दिल्ली एवं साइंस सेंटर ग्वालियर मध्यप्रदेश (Science Center Gwalior Madhya Pradesh) का कोविड-19 महामारी पर केंद्रित कार्यक्रम विज्ञान एवं स्वास्थ्य जागरूकता वर्ष 2021 के तहत अपने शरीर को जानो के अंतर्गत शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल जमानी में कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें बच्चों ने शरीर के अंगों की आंतरिक संरचना को समझा कार्यक्रम की अध्यक्षता जे सालोमन प्राचार्य, मुख्य अतिथि एसपीएस सिरोही व्याख्याता एवं संचालन बी एल मलैया जिला समन्वयक होशंगाबाद ने किया। सलोमन ने कहा कि गतिविधि के माध्यम से बच्चे जल्दी सीखते हैं। निधि निवारिया, सावित्री चौहान द्वारा पोस्टर प्रदर्शन में सहयोग प्रदान किया गया कार्यक्रम में कनिष्का साहू ने टिशु सिस्टम, रागनी सैनी ने नर्वस सिस्टम, शीतल उईके ने प्लांट सेल, रितिका पवार और रामकली उईके ने एटॉमिक मॉडल, अनामिका उइके ने नर्वस टिशु, संगीता उईके प्लांट सेल, पायल उईके एटॉमिक मॉडल पर प्रस्तुति दी कार्यक्रम में एसपीएस सिरोही (SPS Sirohi) ने जानकारी दी कि इस कोविड कॉल मैं भारतीय वैज्ञानिकों ने भारतीय वैक्सीन विकसित कर विश्व को संदेश दिया कि भारत भी चिकित्सा और विज्ञान के क्षेत्र में किसी देश से पीछे नहीं है उन्होंने बताया कि आज की आधुनिकता को छोड़ दें तो पूर्व में भारतीय संस्कृति में कोविड नियमों का सदैव पालन होता रहा है। बिना स्वच्छता के गृह प्रवेश एवं भोजन ग्रहण करने का विधान नहीं था कोविड नियमों का पालन कर अनेक बीमारियों से भी बचा जा सकता है। श्री बी एल मलैया के द्वारा यश कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

Leave a Comment

error: Content is protected !!