रामलीला महोत्सव: मनु चरित्र एवं राम जन्म की लीला की प्रभावी प्रस्तुति

Post by: Poonam Soni

Bachpan AHPS Itarsi

होशंगाबाद। रामलीला महोत्सव समिति (Ramleela Mahotsav Samiti) द्वारा आयोजित रामलीला महोत्सव के दूसरे दिन मनु चरित्र एवं राम जन्म की लीला प्रभावी प्रस्तुति की गई। रामलीला मंच (Ramleela Manch) से अभिनीत जिला लीला में बताया कि राजा दशरथ अपने गुरु वशिष्ठ के पास गए और उन्होंने अपनी इच्छा बताई गुरु वशिष्ट ने श्रृंगी ऋषि को बुलवाया और उनसे शुभ मुहूर्त में पुत्र कामेष्ठी यज्ञ करवाया मुनि के भक्ति पूर्ण यज्ञ से स्वयं अग्निदेव प्रसन्न हुए और अपने हाथों से हवी लेकर प्रकट हुए और उन्होंने कहा कि यह हवी का भाग कौशल्या,कैकयी और सुमित्रा तीनों रानियों में बांट दीजिए ,,
कुछ समय पश्चात रानियों ने चार सुंदर पुत्रों को जन्म दिया। कौशल्या जी से श्रीराम , कैकयीजी से श्रीभरत और सुमित्रा जी से श्रीलक्ष्मण और श्री शत्रुघ्नजी हुये ।
वशिष्ठ जी ने चारों राजकुमारों का नामकरण किया।

रामलीला में आज सुभाष परसाई ने दशरथ, अजय परसाई ने वशिष्ठ, दीपेश व्यास ने शंकर, प्रद्युम्न दुबे ने विष्णु का और अग्नि का अथर्व शर्मा नेअभिनय किया। आज की लीला में पांत्र निदेशक पं सुनील चौरे के साथ संगीत प्रस्तुति पं राम परसाई,प्रह्लाद गायकवाड़ ,आदित्य परसाई,अथर्व दुबे और सक्षम पाठक की रही। कल श्रीरामलीला महोत्सव में ताड़का वध की लीला का मंचन किया जाएगा। श्री रामलीला समिति के सचिव योगेश्वर तिवारी ने बताया कि दशहरा मैदान पर 26 अक्टूबर को कुम्भकर्ण ,मेघनाद और रावण सहित तीन पुतलों का दहन किया जावेगा।दशहरा मैदान तैयारियां पूर्ण हो गई है।

Leave a Comment

error: Content is protected !!