![पुरानी इटारसी के श्रीराम मंदिर का कार्य पूर्ण, बन गया आकर्षण का केन्द्र पुरानी इटारसी के श्रीराम मंदिर का कार्य पूर्ण, बन गया आकर्षण का केन्द्र](https://narmadanchal.com/wp-content/uploads/2023/06/Ram-Mandir-jpg.webp)
पुरानी इटारसी के श्रीराम मंदिर का कार्य पूर्ण, बन गया आकर्षण का केन्द्र
इटारसी। पुरानी इटारसी (Old Itarsi) में ओवरब्रिज (Overbridge) से लगे हुए श्री कृष्ण चंद्र (Shri Krishna Chandra), रामचंद्र (Ramchandra), दत्तात्रेय (Dattatreya), हनुमान मंदिर (Hanuman Mandir) का जीर्णोद्धार मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा (Dr. Sitasaran Sharma) के मार्गदर्शन में पूर्ण हो गया।
लगभग 35 लाख रुपए की लागत से मंदिर में बहुत शानदार कारीगरी हुई है। मंदिर का गुंबद महाराष्ट्र (Maharashtra) के कलाकारों ने बनाया है। भगवान भोलेनाथ (Lord Bholenath) के शिवलिंग को मंदिर में बायीं ओर विधि विधान से स्थापित किया है। मंदिर देखने में बहुत आकर्षक है। विधायक डॉ शर्मा समिति के अध्यक्ष हैं। उनके मार्गदर्शन में समिति के पदाधिकारियों ने काफी अच्छा काम कराया है। सचिव मुन्ना लाल महतो कोषाध्यक्ष निलेश चौधरी, जय किशोर चौधरी ने मंदिर निर्माण में पूर्ण सहयोग दिया है। मंदिर समिति के प्रबंधक राजू बैस ने प्रतिदिन निरंतर अपनी सेवाएं दी। निर्माण कार्य भरत वर्मा ने किया।
वर्षों से जीर्ण शीर्ण अवस्था में पड़ा हुआ यह मंदिर जन आकर्षण का केंद्र बन गया है। अब पुरानी इटारसी क्षेत्र के श्रद्धालुओं का जो धार्मिक आस्था के केंद्र किस मंदिर में आते जाते हैं, यह मंदिर निरंतर व्यवस्थित रहे इसका जिम्मा अब इन्हीं लोगों के हाथ में है। मंदिर समिति ने इस मंदिर को भव्य रूप में बनवा दिया। पुजारी से लेकर बिजली बिल, साफ सफाई, भगवान का भोग, इन सब का दायित्व मंदिर समिति उठाएगी। लेकिन संचालन एवं प्रतिदिन की व्यवस्था में श्रद्धालुओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
मंदिर परिसर में एक वाटर कूलर, एक नग एक हजार लीटर पानी की टंकी, बैठने के लिए स्टील की बैंच, ढोलक, हारमोनियम, मंजीरे, कारपेट, दो कूलर, 21-21 किलो के दो पीतल के घंटे, जो भी दान दाता प्रथक प्रथक दान देना चाहते हैं। वह स्वेच्छा से दे सकते हैं। भगवान को वस्त्र मौसम के अनुसार पहनाए जाए ऐसी व्यवस्था भी की जा रही है। उम्मीद की जा रही है श्रद्धालुओं की संख्या पहले से ज्यादा इस मंदिर में बढ़ेगी मंदिर में स्थाई तौर पर एक दान पेटी एवं रसीद रखी जाएगी ताकि भक्तों को दान देने में सहूलियत हो। उम्मीद की जा सकती है सनातन धर्म की आस्था का यह केंद्र अवश्य ही नए रूप में सबको पसंद आएगा।
![Royal](https://narmadanchal.com/wp-content/uploads/2024/07/1.jpeg)