भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला इकाई ने किया मोदी सरकार के फैसले का स्वागत
इटारसी। मोदी सरकार ने मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन को लेकर ओबीसी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षण मंजूर करना पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए काफी लाभदायक होगा। यह बात मप्र भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के होशंगाबाद जिलाध्यक्ष जयकिशोर चौधरी (Jay kishor Chodhry) ने कही है।
श्री चौधरी ने बताया कि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह (Bhoopendra singh) के नेतृत्व में सांसदों का एक दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मिला था और 52 प्रतिशत की आबादी वाले इस वर्ग को आरक्षण के लिए अनुरोध किया था। श्री मोदी ने इसे स्वीकार किया अत: हम सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल के इस निर्णय का समर्थन और स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का यह फैसला ओबीसी की बेहतरी की ओर बढ़ा कदम है। श्री चौधरी ने कहा कि अब दोनों ग्रेजुएट (एमबीबीएस, बीडीएस), पोस्ट ग्रेजुएट और डिप्लोमा स्तर के मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को 27 प्रतिशत और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को 10 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा।
इस फैसले से हर साल 5000 से ज्यादा छात्रों को लाभ होगा। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि सरकार पिछड़ा और ईडब्लूएस वर्ग दोनों के लिए उचित आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है। हर साल एमबीबीएस में करीब 1500 ओबीसी स्टूडेंट्स और पोस्ट ग्रेजुएट में 2500 ओबीसी छात्रों को फायदा हो सकता है। इसी तरह एमबीबीएस में करीब 550 ईडब्ल्यूएस छात्रों और पोस्ट ग्रेजुएशन में 1000 ईडब्ल्यूएस छात्रों को लाभ हो सकता है। यह व्यवस्था ऑल इंडिया कोटे के तहत यूजी और पीजी मेडिकल/डेंटल कोर्सेज (एमबीबीएस/एमडी/एमएस/डिप्लोमा/बीडीएस/एमडीएस) के लिए मौजूदा अकादमिक सत्र 2021-22 से लागू होगी।