इटारसी। दो दिनों पहले हुई मूसलाधार बारिश से जहाँ शहर में घुटने घुटने पानी था वहीँ आज दो दिन बाद भी कई जगह की स्तिथि जस के तस है। दो दिन बाद भी शहर की निचली बस्तियों एवं ग्रामीण अंचलों में जलभराव बना हुआ हैं। हालत यह है कि लोगों के घर, चार पहिया वाहन, आवाजाही का रास्ता दलदल में बदल गया है।
नगरीय निकाय एवं ग्राम पंचायत चुनाव में प्रशासन व्यस्त है। ग्राम पंचायत गोंची तरोंदा सीमा में शामिल असलम मंजिल के पास पूरे मोहल्ले में जलभराव हुआ है। लोगों के घरों का रास्ते में कीचड़ ही कीचड़ है। पानी में जहरीले जीव-जंतु निकलकर घरों में आ रहे हैं।
इधर शहर की झुग्गी बस्तियों नाला मोहल्ला, पीपल मोहल्ला, न्यास झुग्गी, समरसता नगर समेत कई ऐसे निचले इलाके हैं जहां दो दिन पहले हुई भारी बारिश के बाद खाली भूखंड और मैदानों में पानी जमा हुआ है। लोगों का कहना है कि जलभराव होने के बाद अब ऐसे क्षेत्रों में मक्खी-मच्छरों का संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे माहौल में अब बीमारियों का खतरा भी रहेगा।
निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को चिंता इस बात की है कि अभी तो मानसून की शुरूआत हुई है। यदि आगे मूसधालार बारिश होगी, तब हमारी बस्तियां जलमग्न हो जाएंगी, निचले इलाकों में जलभराव रोकने के लिए प्रशासन को इतंजाम करना चाहिए। दरअसल चुनाव होने के कारण अभी पूरा प्रशासन तैयारियों में व्यस्त है, वर्षा के मौसम में चुनाव होने से लोगों की समस्या पर अधिकारी ध्यान देना चाहिए।
इनका कहना है…
प्रशासन का ध्यान दोनों और है। नालों एवं नालियों की सफाई के लिए टीम काम कर रही है। जहां जलभराव हुआ है, वहां कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है, जहां भी समस्या है, वहां से लोग हमें सीधे शिकायत कर सकते हैं।
हेमेश्वरी पटले, सीएमओ इटारसी (Hemeshwari Patle, CMO Itarsi)