अतिथि विद्वानों ने सौंपा कालेज प्रशासन को ज्ञापन
इटारसी। शासकीय कन्या महाविद्यालय में पदस्थ अतिथि विद्वानों ने प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपकर विभाग के अपर संचालक को पद से बर्खास्त करने की मांग की है। अतिथि विद्वानों का कहना है कि उच्च शिक्षा विभाग के अपर संचालक ने उच्च न्यायालय के आदेश एवं कार्यरत अतिथि विद्वानों के प्रति कथित तौर पर अभद्र भाषा एवं असंवैधानिक भाषा प्रयोग किया है।
कालेज प्रशासन को दिए ज्ञापन में कहा कि उच्च न्यायालय में लंबित याचिका प्रकरणों में दी गई निरंतरता की अंतरिम राहत के आधार पर प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में अतिथि विद्वान के रूप में गत दो माह से कार्यरत हैं। उक्त अवधि की राशि का भुगतान न होने की दशा में जब उच्च शिक्षा विभाग के अपर सचिव से टेलीफोन पर चर्चा की तो उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि मैं किसी अतिथि विद्वान से बात नहीं करता। हमने कोर्ट के चक्कर में भर्ती कर लिया है, बस चलता तो लात देकर बाहर करता। अपशब्दों से समस्त अतिथि विद्वान अपमानित महसूस कर रहे हैं और यह लोक सेवक आचरण संहिता का उल्लंघन है। अतिथि विद्वानों ने संबंधित अधिकारी पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग भी अतिथि विद्वानों ने की है। इस अवसर पर डॉ. संजय आर्य, डॉ. पुनीत सक्सेना, डॉ. शिखा गुप्ता, डॉ. आशुतोष मालवीय, शिरीष परसाई, सोमेश राठौर, पुष्पा दवंडे और पूनम साहू उपस्थित थे।