इटारसी। शहर के पूर्वी हिस्से में खेड़ा, पुरानी इटारसी क्षेत्र में 4 जून की रात्रि हुई करीब आधा दर्जन स्थानों पर चोरी का एकमात्र आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं। आधी रात को चोरी की आधा दर्जन घटनाओं से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे थे। एक दुकान में चोर सीसीटीवी कैमरे में कैद भी हो गया और उसका चेहरा साफ नजर भी आया था। चोर ने कुल पांच दुकानों में शटर के ताले तोड़कर नगद व किराने का सामान उड़ा लिया था। शिकायत के बाद जांच के दौरान आरोपी सचिन पिता प्रेमसिंह गौहर निवासी नयी बस्ती बंगाली कालोनी मुरार जिला ग्वालियर को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया है। उससे चोरी को माल भी बरामद किया है।
जून के प्रथम सप्ताह में पारस उद्योग खेड़ा के संचालक मितेश पिता मुकेश जैन निवासी तीसरी लाइन और जितेन्द्र पिता जयप्रकाश चौधरी पुरानी इटारसी ने उनके यहां चोरी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर सहायक उपनिरीक्षक संजय रघुवंशी के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक राजेन्द्र सिंह, आरक्षक हरीश, हेमराज को शामिल कर एक जांच दल बनाया था। जांच के दौरान आरोपी सचिन की गिरफ्तारी हुई।
सुबह ही करता है चोरी की वारदात
सचिन के विषय में एएसआई संजय रघुवंशी ने बताया है कि वह आदतन चोर है जिसको वर्ष 2017 में ग्वालियर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जहां से आरोपी सचिन गौहर घटना के करीब एक पखवाड़ा पूर्व ही जमानत पर रिहा हुआ था। सचिन अधिकांश वारदात सुबह करीब 4-5 बजे के बीच ही करता है। वह रात में सोता और सुबह करीब 4-5 बजे घटना को इसलिए अंजाम देता है कि उस समय लोग घूमने लगते हैं और उसको देखने के बाद भी उस पर ध्यान नहीं देते हैं और उसको दुकान मालिक समझकर इग्नोर कर देते हैं, और वह आसानी से वारदात को अंजाम दे देता है।
बैंक में गिरवी रखे गोल्ड पर नजर
सचिन ने पुलिस को बताया है कि उसने छिंदवाड़ा की एक बैंक जिसमें 14 किलो गोल्ड लोन था, उसे टारगेट करते हुए रात्रि में उस बैंक के ताले तोड़कर उसके लाकर को खोलने का लगातार तीन घंटे प्रयास किया किन्तु सफल नहीं हो पाने के कारण वहां से निकल गया था। सचिन ने इटारसी के एक होटल में रुककर रैकी की थी। उसने बताया कि घटना से पहले वह उज्जैन से चोरी की गई कार से छिंदवाड़ा से 4 जून को सबह करीब 11 बजे आकर प्रेसीडेंट होटल के रूम नंबर 432 में रुका था जहां रुकने का करण उसने आफिसियल बताया था। उसने दिनभर घूम फिरकर सभी दुकानों की रैकी की व हाईवे की दुकानों को चुनकर उनके ताले तोड़कर चोरी की थी।
ब्रांडेड सामान का करता है उपयोग
सचिन ब्रांडेड सामान ही उपयोग करता है। उसने बताया कि वह ब्रांडेड सामान का उपयोग इसलिए करता है ताकि घूमने फिरने के समय उसको कोई भी साहब या सर ही बोलता और समझता है। बोलचाल में एक्सपर्ट होने के कारण कोई भी उसे चोर होने का संदेह से नहीं देखता है।
डीलर के यहां से ही चुराता है कार
सचिन को जब कार चोरी करना होता है तो वह किसी कार डीलर के आफिस में ही कार खरीदार बनकर जाता है तथा डीलर से सौदेबाजी करता है। बाद में कल आने का कहकर वहां से निकल जाता है। इसी दौरान वह चेक कर लेता है कि कार की चाबी व कागजात कहां रखे हैं। फिर रात में उस दुकान के ताले तोड़कर कार को चाबी और कागजात सहित चुरा लेता है। सचिन मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी चोरी की वारदात कर चुका है। जब उसे 2017 में जब सचिन को ग्वालियर पुलिस ने गिरफ्तार किया था जब वह महाराष्ट्र व मप्र सहित अन्य राज्यों में भी चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका था।
इनका कहना है…!
जून में नेशनल हाईवे पर स्थित दुकानों और मॉल को निशाना बनाने वाला आरोपी सचिन गौहर अब गिरफ्त में है। आरोपी ने पारस उद्योग और पुरानी इटारसी सहित करीब पांच दुकान में चोरी की वारदात की थी। जेके ट्रेडर्स के संचालक जितेन्द्र पिता जयप्रकाश चौधरी और मितेश पिता मुकेश जैन की शिकायत पर मामला पंजीबद्ध कर जांच में लिया था।
राघवेन्द्र सिंह चौहान, टीआई