इटारसी। ग्राम तारारोड़ा में बीती रात आयोजित कवि सम्मेलन में भारी संख्या में श्रोताओं की उपस्थिति रही। ग्रामवासियों द्वारा आयोजित पंच कुंडी श्री शतचंडी महायज्ञ एवं श्री राम कथा महोत्सव के समापन अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था। कवि सम्मेलन की प्रस्तुति संस्कार भारती जिला होशंगाबाद एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद इटारसी द्वारा दी गई। आयोजन समिति ने कवि सम्मेलन के आरंभ में आमंत्रित कवियों का शाल, श्रीफल एवं पुष्पाहार पहनाकर स्वागत किया।
कवि सम्मेलन का आगाज खिरकिया से पधारी गीत/गजल गायिका ज्योति जलज की सरस्वती वंदना से हुआ। मुकेश शांडिल्य टिमरनी काले रंग को ना आप बदनाम कीजिएगा कोयले की खान ही तो हीरो को बनाती है। नित्य गोपाल कटारे होशंगाबाद अमृत को बांट बांट करता विषपान धन्य रे किसान धन्य रे किसान। राजेंद्र सहारिया सोहागपुर बीच बाजारै हल्ला बोलो तारा रा रा रा दुनिया भर की पोलें खोलो तारा रा रा रा। रामकिशोर नाविक इटारसी पेट का मसाला ना अब तक हल हुआ, टोपियों में मामला टलता रहा। ब्रजकिशोर पटैल इटारसी बहुतई मीठे आम तुम्हारे गांव के हम हो गए गुलाम तुम्हारे गांव के। ज्योति जलज खिरकिया अच्छा हुआ जो आपसे पहचान हो गई, मंजिल सफर की ओर भी आसान हो गई। जय कृष्ण चांडक हरदा एक मुश्किल थी मेरी जो हल न हुई, जिंदगी आज तक भी सरल ना हुई। राजेंद्र आलसी इटारसी हम अपनी जिंदगी के अनुभव का इस तरह बखान करते हैं, पहले जब हम बच्चे थे तो अपने बाप से डरते थे आज हम बाप हं तोअपने बच्चों से डरते हैं। हसन फतेह पुरी दिल्ली तुम अपनी बुलंदी पर मत नाज करो इतना, हमने तो सितारों को गिरते हुए देखा है। माखन मालवीय सिवनी मालवा ने वीर रस की कविताओं से भरपूर तालियां बटोरी। कवि सम्मेलन रात्रि 10 बजे में आरंभ होकर रात्रि 2 बजे समाप्त हुआ। कवि सम्मेलन में तारारोड़ा लोहारिया ग्वाडी खुर्द आदि अनेक ग्रामों के ग्राम वासियों ने भारी संख्या में उपस्थित होकर मधुर कविताओं का आनंद उठाया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शंभू पटैल, चंद्र गोपाल मलैया, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राज कुमार दुबे, अंबरीष दुबे का सराहनीय योगदान रहा।