इटारसी। दो दिन पूर्व नरवाई आग ने ऐसा कहर बरपाया कि ग्राम भीलाखेड़ी के किसान निर्भयदास चौरे के खेत की आधी खड़ी गेहूं की फसल जलकर खाक हुई । खेत से जो फसल टै्रक्टर-ट्राली में भरकर जाती अब बुुजुर्ग दंपत्ति बांस से बने डले में इस तपती भीषण गर्मी में जली हुई गेहूं की बॉलियों को एकत्र करते एवं नरवाईयों में आग लगाने वाले लोगों को कोसते हुए एकत्र कर बुझे मन से अपने घर ले जा रहे हैं। इन बुजुर्ग दंपत्ति से सुपरली के योगेन्द्र पाल सिंह सोलंकी ने जब बात की तो उन्होंने कहा कि हमारे प्राण निकलना ही शेष रह गया है, यह सब मंजर देख कर। नरवाई की आग रोकने के लिए योगेन्द्र पाल सिंह सोलंकी ने अपील की है कि फसल कटाई के संवेदनशील समय पर जिला व तहसील मुख्यालयों पर एक कंट्रोल रूम संचालित किया जाए एवं गांवों में पदस्थ कोटवारों को अपनी चारों दिशाओं के दो-दो गांवों के कोटवारों से निरंतर संपर्क स्थापित कराया जाए जिससे पता लग सके कि आग कहां से शुरू हुई एवं किस दिशा में आ रही है, ताकि कोटवार गांवों में मुनादी फेरकर किसानों को सचेत कर सकें। वही कृषि विस्तार अधिकारी एवं पटवारी इस संवेदनशील समय के अवसर पर ग्राम कोटवार एवं पंचायत मुख्यालय के निंरतर संपर्क में रहें। उक्त बुजुर्ग दंपत्ति की दर्द भरी पीड़ा को देखते व समझते हुए योगेन्द्र पाल सिंह सोलंकी ने समस्त किसान भाईयों से भी विनम्र अपील की है कि वे नरवाई में आग न लगायें और कड़ी मेहनत से बोई गई फसल को आग के हवाले न होने दें।