इटारसी। नगर पालिका में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों और स्वयं जलकार्य विभाग की सभापति ने शुक्रवार को शहर में जलसंकट पर अधिकारियों को कटघरे में खड़ा कर दिया। पार्षदों का आरोप था कि अधिकारी उनकी नहीं सुनते हैं और पार्षदों का टेलीफोन भी नहीं उठाते। पार्षदों ने जल वितरण व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जनता को पानी नहीं मिल रहा है और उनको जवाब देना मुश्किल हो रहा है। सीएमओ ने सबकी बातें सुनीं और स्वयं वार्डों में जाकर स्थिति से रूबरू होने का आश्वासन दिया है।
विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा के निर्देश पर शुक्रवार को दोपहर में जलकार्य समिति के सभापति श्रीमती रेखा मालवीय, लोक निर्माण सभापति भरत वर्मा, पूर्व नपाध्यक्ष पंकज चौरे, राजस्व समिति सभापति जसबीर सिंघ छाबड़ा, पार्षद मनोज गुड्डू गुप्ता, श्रीमती प्रियंका चौहान, सरोज उईके, पार्षद राजकुमार यादव, संजय चौधरी, भाजपा नेता जगदीश मालवीय, किशन मालवीय, मनीष ठाकुर आदि मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरिओम वर्मा से मिले और शहर में जलसंकट की स्थिति से अवगत कराया।
टैंकर का मैनेजमेंट खराब है
पार्षद भरत वर्मा ने बात शुरु की। उन्होंने कहा कि टैंकरों का मैनेजमेंट खराब है। आठ से दस बार बोलने पर टैंकर आता है। मनोज गुड्डू गुप्ता का कहना था कि अधिकारियों को फोन लगाओ तो पार्षदों का फोन ही नहीं उठाते हैं, ना ही उनकी बातों को तबज्जो दी जाती है। जलकार्य समिति सभापति श्रीमती रेखा मालवीय का कहना था कि उन्होंने खुद कई बार फोन किया लेकिन जल वितरण व्यवस्था संभाल रहे सब इंजीनियर आदित्य पांडेय बुलाने पर भी नहीं आये। पार्षद राजकुमार यादव का कहना था कि उनके यहां चौबीस घंटे में महज पंद्रह मिनट के लिए पानी आता है। उनके वार्ड में मुस्लिम बहुल आबादी है और इन दिनों रमजान का महीना है। ऐसे में पानी वितरण व्यवस्था में सुधार जरूरी है। सीएमओ श्री वर्मा ने सब इंजीनियर आदित्य पांडेय को टैंकरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब तक छह टैंकरों से जल वितरण व्यवस्था चल रही थी। उनके स्थान पर अब चार टैंकर और बढ़ाकर दस टैंकरों से पेयजल सप्लाई की जाएगी।
टैंकर बढ़ाना ही समाधान नहीं
भाजपा नेता जगदीश मालवीय ने कहा कि टैंकरों की संख्य बढ़ाना ही समस्या का समाधान नहीं है। इसके लिए अन्य विकल्पों पर भी विचार करें। पार्षद गुड्डू गुप्ता ने कहा कि पानी की समस्या होती है तो अधिकारियों को फोन लगाओ, समस्या बताओ तो वे आचार संहिता का बहाना बनाते हैं। यह जनता से जुड़ी समस्या है, आचार संहिता में क्या जनता को पानी नहीं दिया जाएगा? भरत वर्मा ने कहा कि उनके यहां जो आपरेटर है, उसे सौ रुपए दो तो आधी रात को भी पानी चालू कर देता है। तीन वर्ष से उसे वहां से हटाने को कह रहे हैं, लेकिन अधिकारी सुनते ही नहीं हैं। सभापति सरोज उईके ने भी कहा कि उनके यहां पानी की बहुत समस्या है। नगर पालिका के नलकूपों के सहारे जल वितरण होता है, उनमें भी पानी उतर रहा है। सीएमओ ने कहा कि सूखा सरोवर की टंकी को पाइप लाइन से जोड़कर वार्ड 1-7 की समस्या हल की जाएगी और जो भी पार्षदों ने समस्या बतायी है, सबको नोट कर लिया है। वे स्वयं मौके पर जाकर स्थिति देखकर समाधान करेंगे।
यहां लो प्रेशर से आता है पानी
पार्षद श्रीमती प्रियंका चौहान ने सीएमओ को बताया कि उनके वार्ड में चार नलकूप हैं लेकिन उनको पाइप लाइन से जोडऩा है। यहां इन ट्यूबवेल से पानी कम मिलता है। इसके अलावा धौंखेड़ा की पाइप लाइन से जो पानी आता है उसका प्रेशर काफी कम है। इस स्थिति में उनके यहां महज आधा घंटे ही जल की बमुश्किल सप्लाई हो पाती है। सीएमओ श्री वर्मा ने सब इंजीनियर श्री पांडेय को यहां ट्यूबवेल में पाइप बढ़ाने के निर्देश दिए। सामाजिक कार्यकर्ता मनीष ठाकुर ने भी अन्य पार्षदों की तरह ही अधिकारियो को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने सीएमओ से पूछा कि टैंकर व्यवस्था के लिए किससे संपर्क किया जाए? सीएमओ ने जब सब इंजीनियर की तरफ इशारा किया तो श्री ठाकुर ने कहा कि अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं। ऐसे में व्यवस्था पर कैसे यकीन किया जाए। उनका कहना था कि पार्षद फोन करे तो अफसर फोन नहीं उठाते और अन्य कोई फोन करे तो तत्काल फोन उठाते और उसके कहने पर उसके घर के सामने पानी का टैंकर पहुंच जाता है।
इनका कहना है…!
हम विधायक के निर्देश पर शहर की पानी की समस्या को लेकर आज सीएमओ से मिले हैं। अधिकारियों से लगातार संपर्क किया लेकिन पेयजल संकट को लेकर कोई गंभीर नहीं हैं, इसलिए हमें आना पड़ा है। हमें जनता ने चुना है और जनता सवाल करती है तो जवाब देना मुश्किल होता है। सीएमओ ने टैंकरों की संख्या बढ़ाने का आश्वासन दिया है।
रेखा मालवीय, सभापति जल कार्य विभाग
शहर में पानी की समस्या है, सीएमओ से मिलकर परेशानी बतायी है। जल वितरण में मैनेजमेंट की कमी है, हमने कहा है कि जो लोग सही काम नहीं कर रहे हैं, उनको हटाया जाए, वितरण व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। अभी शिकायत की है, परिणाम आशाजनक नहीं होंगे तो हमें सड़क पर भी उतरना पड़ेगा तो हम इसके लिए तैयार हैं।
भरत वर्मा, सभापति लोक निर्माण विभाग
अधिकारी कांग्रेस के इशारे पर काम कर रहे हैं। नगर पालिका में भारतीय जनता पार्टी की परिषद है, ऐसे में जनता के बीच परिषद की छबि खराब करने का प्रयास अधिकारी कांग्रेस के कहने पर कर रहे हैं। हमारा सीधा आरोप है कि अधिकारी अपनी मनमानी करके जनता को परेशान कर रहे हैं ताकि हमारी पार्टी की छबि खराब हो।
जगदीश मालवीय, भाजपा नेता
सीएमओ से सवाल
-जल संकट की स्थिति है, क्या कहेंगे ?
उत्तर – गर्मी में जलस्तर नीचे जाने से शहर में कुछ बोर बंद हो गये हैं, जिससे जलसंकट की स्थिति निर्मित हुई है। वार्ड 1-7 तक पानी की समस्या है। सूखा सरोवर की टंकी को पाइप लाइन से जोड़ा जाना है। वह भरेगी तो यहां की समस्या हल होगी। फिलहाल छह टैंकर चल रहे हैं, हमने चार टैंकर और बढ़ाकर दस करने के निर्देश दिये हैं।
– टैंकर समस्या का स्थायी समाधान नहीं, वाटर हार्वेस्टिंग या पौधरोपण पर ध्यान क्यों नहीं दिया जाता ?
उत्तर – भवन निर्माण के समय हम वाटर हार्वेस्टिंग की राशि जमा कराते हैं और जब इसका निर्माण हो जाता है तो राशि वापस कर दी जाती है।
– आपने कभी स्थल निरीक्षण किया है कि वाटर हार्वेस्टिंग सही में हो रही है या नहीं ?
उत्तर – हम पता लगाते हैं, यदि ऐसा नहीं हो रहा होगा तो संबंधित कर्मचारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– नगर पालिका कार्यालय में ही वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अधूरा पड़ा है, केवल पाइप लगाये गए हैं?
उत्तर – मैं दिखवाता हूं।
– जल विभाग की बैठक कब से नहीं हुई है ?
उत्तर – आचार संहिता लगने से करीब छह दिन पूर्व ही मैंने चार्ज लिया है। आचार संहिता के कारण जल विभाग की बैठक नहीं हो सकी है। जैसे ही आचार संहिता खत्म होगी, हम जल विभाग की बैठक करेंगे।
एक पार्षद ने अलग से दिया ज्ञापन
भारतीय जनता पार्टी की एक पार्षद ने अलग से ज्ञापन दिया। उनके वार्ड में भी जल संकट है। वार्ड 4 की पार्षद भागेश्वरी रावत के पति और पूर्व पार्षद शिवकिशोर रावत ने नगर पालिका अधिकारी को पार्षद की ओर से ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि मृत्युंजय कालोनी में नलकूप स्वीकृत है, शीघ्र बोर कराके पाइप लाइन डाली जाए, गोंडी मोहल्ले, स्वतंत्र कश्यप के बाजू वाले नलकूप और खेड़ापित माता मंदिर के पास बोर में पाइप बढ़ाएं, अभी पटेल मोहल्ला, मॉडल स्कूल के सामने एवं श्री कटारे के मकान के पीछे नलकूप में पानी नहीं आ रहा, गोंडी मोहल्ला, सदाशिव गालर के मकान से आरामशीन तक, नरेश भगोरिया के मकान से ठाकुरदास के मकान तक, रामगोपाल चिमानिया के मकान से प्रकाश ठाकुर के मकान तक एवं सच्चू बैरागी के मकान से रमाकांत चौधरी के मकान से नर्मदा कहार के मकान तक टैंकरों से पानी दिया जाए। उन्होंने भी समस्या हल न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।