अब 2 से 6 नवंबर को होगा देशज का आयोजन
इटारसी। अत्यधिक वर्षा की स्थिति को देखते हुए संगीत नाटक अकादमी नयीदिल्ली द्वारा नगर पालिका परिषद इटारसी के सहयोग से होने वाला कार्यक्रम देशज की तिथियों में परिवर्तन किया गया है। अब यह कार्यक्रम 2 से 6 नवंबर तक होगा। इसकी तिथियों में परिवर्तन किया गया है, शेष सभी कार्यक्रम यथावत रहेंगे।
संगीत नाटक अकादमी नयी दिल्ली के प्रवीण दुरेजा ने बताया कि इटारसी में होने वाले देशज 2019 के कार्यक्रम में बारिश को देखते हुए तिथियों में बदलाव किया गया है। अब देशज 2 से 6 नवंबर तक चलेगा। पंजाबी फोक के अलावा नियाजी निजामी बंधुओं का गायन, हिमाचल प्रदेश के कलाकारों की कुल्लू नाटी नृत्य, गुजरात के गरबा और रास, असम का लोकप्रिय नृत्य बिहु, दक्षिण भारत के कर्नाटक के ढोलूकुनिथा, जम्मू कश्मीर का ग्रुप, छाऊ नृत्य, मिजोरम का अद्वितीय चेराव नृत्य के अलावा मणिपुर का थांगता और ढोल चोलम, महाराष्ट्र की लावणी सहित केरल व अन्य राज्यों के छह ग्रुप प्रतिदिन प्रस्तुति देंगे। इस तरह कुल 30 ग्रुप पांच दिन अपना कला बिखेरेंगे। लोक एवं पारंपरिक अभिव्यक्ति का उत्सव देशज 2019 का उद्घाटन 2 नवंबर को शाम छह बजे गांधी स्टेडियम में होगा। यह आयोजन पांच दिन चलेगा।
2 नवंबर को पंजाब का लोक संगीत बाबा सिस्टर्स एंड सूफी ग्रुप अमृतसर की प्रस्तुति, सूत्रधार कला मंच कुल्लू का नाटी नृत्य हिमाचल प्रदेश, लमबाड़ी नृत्य तेलंगाना चंदना जनपद नृत्य अकादमी हैदराबाद, मधुबनी बिहार के विक्रांत कुमार एवं दल का झिझिया नृत्य, असम के सिलापथर पूर्व ज्योति संघ, धेमाजी का बीहू नृत्य, सागर मप्र के के लोकदर्पण पारंपरिक एवं समकालीन कलारूपों की संस्थान का बधाई नृत्य।
3 नवंबर लोकरंग अर्जुनदा रायपुर छत्तीसगढ़ का लोक संगीत, श्रीराम सेवक किसान लोक कला विकास समिति दमोह की सेरा नृत्य प्रस्तुति, मिजोरम आईजॉल के चेराव एवं चेलम नृत्य, उत्तराखंड के जौनसारी जनजाति लोककला समिति चकराता का तांदी नृत्य, रामनगर कर्नाटक के शिवमधु एवं उनकी टीम का ढोलु कुनिथा और कोलकाता बंगाल के स्वपन अधिकारी एवं टीम की बाउल संगीत प्रस्तुति।
4 नवंबर को केरल के श्री कुरुम्बा कूथियोत्ता कलारी की कुतियोट्टम प्रस्तुति, कान्हा अकादमी मथुरा की रास एवं चरकुला नृत्य, मालवा लोक कला केन्द्र उज्जैन का कान्ह गुवाल्या एवं मटकी नृत्य, गजम फोल्क डांस सेंटर नरेन्द्रपुर उड़ीसा का रनपा नृत्य, याक नृत्य अरुणाचल प्रदेश स्नो लॉयन क्लब तवांग और आविष्कार एकेडमी आफ परफॉरमिंग आट्र्स अहमदाबाद का गरबा नृत्य।
6 नवंबर को रोयाला थिएटर सोसायटी श्रीकाकुलम आंध्राप्रदेश का गरगालू नृत्य, डिंडोरी मप्र के आदिवासी धूलिया जनजातीय सांस्कृतिक लोक नृत्य दल की गुडुम बाजा की प्रस्तुति, थॉग-टा एवं ढोल चोलम मणिपुर के संगीत कला संगम इंफाल द्वारा, कुसम कछावा एवं दल जोधपुर राजस्थान द्वारा भवई नृत्य, नवयुग हरियाणा सांस्कृति दल रोहतक का फाग नृत्य और मानभूम झारखंड के त्रंबोक क्लब चंदन स्मृति छऊ डांस पार्टी।